सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग्भवेत्।
कविवर किरण जी क शब्द में
सब हो सुखी सबहिं नरपाल
सबके भरै अन्न भरि गाल।
एहि हम जोड़ि दैत छियई :
सब हो सुखी सबहिं हो स्वस्थ
हर्षित मन काया बलमंत
नहि हो बिपद् दुःखक नहीं भोग
हो नित स्वास्थ्य धनक संयोग।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग्भवेत्।
कविवर किरण जी क शब्द में
सब हो सुखी सबहिं नरपाल
सबके भरै अन्न भरि गाल।
एहि हम जोड़ि दैत छियई :
सब हो सुखी सबहिं हो स्वस्थ
हर्षित मन काया बलमंत
नहि हो बिपद् दुःखक नहीं भोग
हो नित स्वास्थ्य धनक संयोग।