Friday, January 26, 2018

एडिनबरा , स्कॉटिश हाईलैंड

योरप यात्राक किछु छूटल पन्ना : एडिनबरा , आ स्कॉटिश हाईलैंड
हमरालोकनिक पंद्रह दिनक योरप-यात्रा समाप्त भ गेल तं हमरा लोकनिक लग इंगलैंड आ स्कॉटलैंड देखबाक एक हप्ता आओर शेष छल. एहि एक हप्तामें हमरालोकनिकें किछु समय डाक्टर मिथिलेशजी ( हमर पत्नीक जेठ भाई ) एवं हुनक परिवारक संग सेहो बितयबाक छल. किन्तु, हुनका ओतय जेबा सं पूर्व हमरा लोकनि कें स्कॉटलैंड जयबाक छल; एकर व्यवस्था मिथिलेशजी पहिनहिं सं केने छलाह. अस्तु हमरा लोकनि लंदन सं ट्रेन पकडि सोझे एडिनबरा पहुँचलहु. यूके (यूनाइटेड किंगडम/ ब्रिटेन ) में ट्रेनक यात्रा भारतसं महग छैक. सुविधा आ सफाई भारतक शताब्दी मेल-जकां. केवल एहि ट्रेनमें नाश्ता परसबाक परिपाटी नहिं छैक. सप्ताहक पहिल दिन रहैक. ट्रेनमें भीड़ नहिं. दिनक समय आ साफ़ मौसम. ट्रेनसं बाहर, देशक परिदृश्य देखैत गेलहु, देशे दुनिया देखय तं आयल छी. एतय ट्रेन में सहयात्री सं गप्प-सड़क्काक परिपाटी नहिं देखलिऐक. हम तं अपनहु तीन-तीन दिनुक यात्रा चुप मुंहें समाप्त करबाक आदी छी; एहि बेर तं पत्नी संग छथि , तें दोसरातिक कमी नहिं.

एडिनबरा :हमरा लोकनि एडिनबरा पहुँचल रही तं दिनक करीब एक बजैत रहैक. एडिनबरा स्कॉटलैंडक राजधानी थिक. एडिनबरा वेवरली स्टेशन छैक तं विशाल, किन्तु, ककरो सं किछु पूछय नहिं पड़ल, साइन-पोस्ट देखैत देखैत स्टेशन सं बाहर आबि गेलहु. सामन ततबे छल जे सूटकेसक पहिया आ अपन झिकबाक अतिरिक्त ककरो सहायताक आवश्यकता नहिं. यात्रामें थोड़ सामन सुभितगर तं होइते छैक. ओहुना विकसित देश सब में कुली / पोर्टरक परिपाटी नहिं छैक. स्टेशन सं बहराइते होटल 'ज्यूरीज इन्न'  नज़रि पड़ल. अस्तु ककरो सं किछु पुछबाक काज नहिं. ओना लंदन धरि टूर-गाइड संग रहथि. तें इटली-फ्रांस-स्विटज़रलैंड-ऑस्ट्रिया-जर्मनी-हॉलैंड कतहु भाषाक समस्या नहिं भेल. आब तं सहजहिं ब्रिटेन में छी. अस्तु होटलक रूम में सामन राखल आ भोजन ले रेस्तौरांक बाट धयल आ भोजनक पछाति कोठलीमें आबि गेलहुं; एक भोर सं जागल छी. एखन धरि जतेक ठाम गेलहुं-ए नेपाल-भारत-योरप-अमेरिका सब ठाम बजेट होटलक रूमक खाका एके रंग.  आकार आ सुविधा में किरायाक अनुसार अंतर भ सकैत अछि. एहि ठाम कोठली में हमरा लोकनिक हेतु पर्याप्त जगह अछि. विशाल खिड़की सं वेवरली स्टेशन आ आसपासक इलाकाक विहंगम दृश्य देखि सकैत छी, ई एकटा बोनस भेल.
हमरा लोकनि देश दुनिया देखबाले बहरायल छी.पछिला पंद्रह दिनमें यात्राक बावजूद कोनो थकानक अनुभव नहिं भेले. अनुकूल जलवायु आ उतम व्यवस्थाक कारण भरि-भरि दिनक बस यात्राक वावजूद थकानक अनुभव नहिं. अस्तु, थोड़ेक काल विश्रामक पछाति चाह-पानि भेलैक आ होटलक पछुऐत बाटें सीढ़ी चढ़इत लगक बाज़ार, किंग्स माइल, धरि टहलैत पहुंचि गेलहुं. एहि शहरक भूमि पहाडक तराई इलाका जकां कतहु ऊँच, कतहु नीच छैक. होटलक पछुऐतक सड़क धरिक सीढ़ी हमरा शिमलाक स्मरण करओलक. मुख्य सड़कसं दूर सीमित आवागमनबला एहि गलीक एक कोन में कोनो पुरान चर्चक भग्नावशेषक ढेपा-चेपा स्मारकक रूपमें देखबामें आयल. शहरक कोन-सानिमें पुरान ढेपा-चेपाकें जोगयबाक पाछू प्रायः अपन विरासतक प्रति मोह आ अपन शहरके सजाकय रखबाक प्रवृत्ति छैक. अपना लोकनितं होटलक पाछू कोनमें कचराक ढेर लगा दितिऐक. जनसंख्या आ साफ-सफाई रखबाक प्रवृत्तिमें अंतरे विकसित देश आ भारतक बीच प्रमुख अंतर थिक. एकर अतिरिक्त अधिकारक प्रति सजगता, कानूनक अनुपालन, आ नव-नव वस्तुक अविष्कारक प्रति आग्रह विकसित देशक अर्थव्यवस्थाकें विश्वमें सबसँ उपर रखने अछि.
किंग्स माइल कोनो व्यस्त सड़क नहिं. एहिठाम एतुका उद्योगमें उत्पादित वस्तु सब , जेना, स्कॉच, गर्म कपड़ा, छोट-छोट लटकेना सामानक दोकान , टूरिस्ट ऑफिस, रेस्तौरां आ आओर विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठान छैक . सड़कक एक कात सिनेमाक शूटिंग चलैत रहैक. दू टा युवक, आ लेडीज साइकिल गुडकबैत एकटा नारि, सहज रूपें अभिनयक एके एक्टकें बेर-बेर करैत रहथि. भारतीय शहर सबहक विपरीत एतय ने फिल्म स्टारके देखबाक हेतु लोकक  हुजूम आ ने लठिधर पुलिस. एकबेर शिमलाक मालरोड परक फिल्म शूटिंग मन पडि आयल. भीड़ सं माल पर लोककें चलब मुश्किल.  हँ , जनशून्य लेह में अमिताभ बच्चनकें सेहो एसगर सड़कपर टहलैत देखने छियनि. किन्तु, से पटना,लखनऊ, दिल्ली, दरभंगामें सम्भव नहिं. हमरा लोकनि कें काल्हुक हेतु भरि दिनुक हेतु स्कॉटिश हाईलैंडक टिकट कटाओल अछि. सड़कक कातहिं टूर ऑपरेटरकेर दोकानमें पूछताछ कयल आ आगू बढ़लहु. आगू किछु बेच-बिकिनमें सूर्यास्त समकाल भ गेलैक. एतय अर्ली डिनरकेर परम्परा छैक. तें, हमरो लोकनि लगक पिज़्ज़ा-हट में पैसलहु. अपन अनुभव अछि, योरप-अमेरिका में भोजन बेसी क कय परसबाक परिपाटी छैक. कीनल भोजन दूरि करब अभिष्ट नहिं. अस्तु, कनेक पूछताछ कयल. स्टेवर्ड पुछलनि, ' केहन भूख लागल अछि'. जखन हमरा लोकनि कहलियनि,'बेसी नहिं' तं, ओ हमरा दू गोटेक बीच छोट साइज़क पिज़्ज़ा किनबाक सलाह देलनि. एतय पिज़्ज़ाक संग, जतेक-खाई ततेक, सलाद अलगसं भेटैत छैक. अस्तु, हमरा लोकनिक किनलो भोजन नहिं सधल. पिज़्ज़ाक डिनरकेर पछाति वापस अबैत रही तं बेस अन्हार भ गेल रहैक. ओहि समय में रोडसं कनेक दूरक रेस्तौरांक बेयरा लोकनि ट्रे में गरम-गरम पकौड़ा नेने रोडक कातहिं में ठाढ़ छलाह. अर्थ ई जे पकौड़ा चीखू, नीक लागय तं हमरा संग रेस्तौरांमें आउ. ई भेलै ने, पकौड़ाक मार्केटिंग. एहन मार्केटिंग आन ठाम कतहु नहिं देखल अछि.





स्कॉटिश हाईलैंड आ लेक नेस (Loch Ness) : सुरेबगर संतोलाक भीतर कतेक फांक होइत छैक ! किन्तु, खीरा अनेरे बदनाम अछि. हमरो लोकनिक देशमें धर्म, भाषा,प्रान्त, आ जाति ल कय कतेक विभेद अछि. किन्तु, 200 वर्ष धरि ब्रिटेनक नाम पर भारतपर शासन कयनिहार (यूनाइटेड किंगडम) राष्ट्रमें जं कोनो विभाजक तत्व छैक तं हमरा केवल उत्तरी आयरलैंडक नाम बूझल छल. किन्तु, अजुका स्कॉटलैंड टूर हमर धारणा बदलि देलक. किन्तु, तकर गप्प कनेक पछाति. आइ भोरहिं होटलक रेस्तौरांमें नाश्ता केलहु आ किंग्स माइल पर आबि निर्धारित स्थानपर बसमें बैसि गेलहु. टूर गाइड हृष्ट-पुष्ट आ नमछर, स्वभाव सं हंसमुख,  मध्यवयासाहु स्कॉट्समैन रहथि. स्कॉटलैंड प्राकृतिक सम्पदा सं परिपूर्ण अछि. किन्तु, टूरिज्म आ स्कॉचक व्यापार एतय कमाईक महत्वपूर्ण श्रोत छैक. टूरिज्म केर दृष्टिसं समय आ खर्चक अनुसारे अनेक टूरिज्म पैकेज आ अनेक स्तरक टूरिज्म पैकेजक उपलब्ध छैक. हमरा लोकनिक पैकेजमें  हाईलैंड एवं लेक नेस टूर क समावेश अछि. एहि में करीब बारह घंटाक सर्कुलर टूर हेतैक आ हमरा लोकनि सांझ आठ बजे धरि एडिबरा वापस आयब. ज्ञातव्य थिक, स्कॉटलैंड यूनाइटेड किंगडम (यू के) क पश्चिम उत्तर भागक इलाका थिक जाहिमें झील आ नदी बहुतायत छैक. जं स्कॉटलैंडकें पश्चिम-दक्षिण सं उत्तर-पूब दिशामें एकटा सोझ रेखा सं विभक्त करी तं उतरबरिया इलाका हाईलैंड आ आइलैंड कहबैछ, बीचक इलाका मिडलैंड उपत्यका, आ विभाजक रेखाक दक्षिणक इलाका दक्षिणी अपलैंड कहल जाइछ. हाइलैंडक इलाका मूलतः पहाड़ी भूमि थिक, किन्तु, हिमालय-सन ऊँच नहिं. स्कॉटलैंडक सब सं ऊँच पहाड़क ऊँचाई चारि हज़ार फुटसं कनिए बेसी, माने काठमांडू बुझू. भूगर्भशाश्त्री लोकनि एहि हाइलैंडकें भौगोलिक संक्रमण रेखा-great ग्लेंन- सं विभाजित करैत छथि. विभाजनक ई इलाका, ग्रेट ग्लेन, अनेक झील आ नदीके जोड़ैत स्कॉटलैंडक पूब आ पश्चिम धरिक समुद्र धरि पसरल अछि. झील आ नदी सबहक एहि श्रृखलामें नेस झील (Loch Ness) आकारमें दोसर नम्बरपर किन्तु, पर्यटनक दृष्टिए सर्वप्रथम थिक.
आब यात्राक गप्प करी. करीब डेढ़ दू घंटाक यात्राक पछाति बस एकटा चाकर चौरस देहाती इलकामें ठाढ़ भेल. चारू कात हरियरी, कोनिफर गाछ-वृक्ष. लगहिंमें स्वच्छ जलक छोट-छोट नाला. माने पिकनिक ले एकदम अनुकूल. बससं  उतरि हमरा लोकनि रोड साइडक प्रतिष्ठानमें गेलहु. एतय बिक्रीक सब वस्तु स्थानीय उत्पाद: ऊनी कपड़ा (स्वेटर-मफलर),छड़ी, स्कॉच, किल्ट ( स्कॉटलैंडक ट्रेडमार्क चारखाना ऊनी कपड़ाक, स्कर्ट-सन पुरुषक परिधान ), बैग-पाइपक आकारक चाबीक रिंग आदि देखल.


स्कॉटिश-हाइलैंड: किछु कालक पछाति बसक स्कॉटिश-हाइलैंडमें पैसिते परिदृश्य बदलय लगलैक. समतल भूमि क्रमशः जंगल,पहाड़ आ चमकैत झील में परिवर्तित होमय लागल.कात-करोट में रेल-लाइन सेहो. किन्तु, जंगल ट्रोपिकल फारेस्ट वा हिमालयक जंगल जकां सघन नहिं. ज्ञातव्य थिक, 19म शताब्दी सं पूर्व स्कॉटलैंडक अधिकांश आबादी हाइलैंडहिं में बसैत छल. किन्तु, अनेक सामाजिक, राजनैतिक आ ऐतिहासिक कारणसं एतुका जनसमूह कें, चाहे तं देस छोड़ि विदेशक बाट धरय पडलैक, वा ब्रिटेनक तत्कालीन प्रशासनक आदेश सं अनेक इलाका के खाली कराओल गेल. ततबे नहिं, औद्योगिक क्रांतिक दवाबसं बहुतो लोक स्वतः एतुका घर आँगन छोड़ि विश्वक दूर-दूर इलाकामें जा कय बसि गेल. अस्तु, जनसंख्याक सघनताक दृष्टि सं  सम्पूर्ण योरपमें स्कॉटिश-हाइलैंड में आबादी सब सं कम. आरम्भमें कहने छलहु, सुरेबगर संतोलाक अनेक फांक. स्कॉटलैंडमें आबि पहिलबेर हमरा यूनाइटेड किंगडम-सन संतोलामें स्कॉटलैंड एकटा फूट फांक-जकां लागल. हमरा लोकनिक टूर गाइड शिक्षित तं छथिए, जानकार सेहो. यात्राक दौरान स्थानीय गीत सबहक बीच स्कॉटलैंडक इतिहास आ ब्रिटेन द्वारा समय-समय पर स्कॉटलैंडपर कयल अत्याचारक गाथा प्रवचनक मूल तत्व छल. सुनैत छी, आरम्भ में ब्रिटेन आ स्कॉटलैंड पर भिन्न-भिन्न राजाक राज रहनि. ओकर अतिरिक्त छोट-छोट इलाकाक अधिपत्य स्थानीय सामन्त लोकनिक अधीन रहनि. दुनू देशक चर्च सेहो भिन्न रहैक. मतभेदमें वर्चस्व आ धार्मिक विभेद दुनूक योगदान होइते छैक. मतभेदक परिणामतः  अनेक बेर शत्रुता आ युद्ध सेहो भेलैक. स्पष्ट छैक, जीतय केओ युद्ध में विनाश आ नरसंहार सन्निहित छैके. ततबे नहिं, युद्धक एकटा आओर परिणाम होइछ : पीढ़ी-दर-पीढ़ीक रोष आ विद्वेष. बुझबाक थिक, जखन युद्धकेर आगि मिझा जाइछ, गोला-बारूदक धुआं वायुमें विलीन भ जाइछ, तखन विद्वेषक विष पीढ़ी-दर-पीढ़ीक शोणितक अनुवांशिकीय गुणमें घर क लैछ. स्कॉटलैंडमें हमरा एहि विद्वेषक गंधक अनुभव भेल. दिन भरि जखन जतय कोनो पुरान युद्ध भूमि लगसं बस पार भेल कारुणिक गीत सब में आ टूर ऑपरेटरकेर स्वरमें पीड़ा सबतरि परिलक्षित छल. आ से आश्चर्यनक नहिं. अगिले मास स्कॉटलैंडके यू के सं फूट हयबाक हेतु जनमत संग्रह आहूत छैक. ओहीमें ई निश्चित भ जायत स्कॉटलैंड यूके केर संग रहत वा यूके सं फूट. इतिहास कहैत अछि, यूके सं फूट हेबाक ई अभियान पहिल नहिं थिक. एतय ई सोचबाक थिक जे ऐतिहासिक अन्याय एकटा अनुभव थिक जे भुक्तभोगीए टा बूझैत अछि. अपना देशमें जम्मू कश्मीर, नागालैंड, वा मणिपुरक जनताक, भले किछुए अंश, भारत-सरकारक  नीति सं सहमत नहिं अछि. अस्तु, ओतहु सरकारी कररवाईकें  किछु लोक नरसंहार, दमन वा अन्यायक संज्ञा अवश्य देत. अस्तु, नीक की, वा की बेजाय, तकर निर्धारण अहाँ कोन पक्षक समर्थक छी से निर्धारित करत. तथापि भले अहाँ कोनो दिस होई ह्रदयमें सुनगइत आक्रोश दमन सं नहिं मिझाइत छैक. सर्वविदित अछि, रोष आ शत्रुता ह्रदयक हेतु अनुकूल नहिं. अस्तु, मनुष्य अन्ततः समन्वय आ सहमतिक बाट धरैत अछि. नीको सएह.  
जेना कहलहु, स्कॉटिश हाइलैंड हरियर, मखमली घास, छोट-छोट जंगल, झील आ नदीक भूमि थिक. सड़कसं दूर उपत्यका (ग्रेट ग्लेन) केर ओहिपार छोट-छोट पहाड़ी शिखर. हरियर किन्तु गाछ-वृक्ष सं शून्य. एतुका उपत्यका- ग्रेट ग्लेन- पृथ्वीक उपरका परतमें आयल दराडिक परिणाम थिक. दराडिक क दू भागक दू फांकक बीच भसाठी माटिक नतोदर आधार / उपत्यका स्कॉटिश भाषा में 'ग्लेन' थिक. स्कॉटिश भाषा आम परिचित अंग्रेजी सं भिन्न अछि से भेल बुझले बात.


लेक-नेस (Loch Ness) नेस-झील स्कॉटलैंडक एकटा प्रमुख आकर्षण थिक. झीलक आकार, उपलब्ध पानिक परिमाणक अतिरिक्त ई झील हिमालयक यति-सन एकटा विशाल काल्पनिक जंतु , नेसी, क कारण प्रसिद्द अछि. ई नेसी अनेक फिल्म आ लोकगाथाक श्रोत थिक. अथाह, गाढ़, नील वर्ण पानि एहि रहस्य आ पर्यटन दुनूक हेतु लाभकारी. अस्तु, झीलक कछेर पर नेसीक काल्पनिक मूर्ति, दोकान सबमें फोटो , नेसीक मिनीएचर आकृति युक्त की-रिंग सब किछु में नेसी भेटत. किएक नहिं ब्रिटेनमें तं पर्यटन उद्योग भूत-प्रेतहु कें पर्यटनक आकर्षण बनौने अछि ! करीब 56 कि.मी. लम्बा, 3 कि. मी. चौड़ा एहि झीलक कछेर पर अनेक किला आ भवन छैक, जे सब हैरी पॉटर-सन सिनेमाक शूटिंगक स्थल सेहो थिक. एहि झील में अनेक पर्यटन कम्पनी मोटर-लांच चलबैछ. किछु यात्री नौका विहारले बससं उतरि झीलमें गेलाह. हमरा लोकनि एकटा दोकान में बैसि चाह कॉफ़ी पियल, वस्तु-जात देखल. दोकानमें लिखल चेतावनी आकृष्ट केलक: किछु चोरि केलहुं तं पुलिस कें एबा में देरी नहिं लगतैक. मोन पड़ल सत्तरिक दशक में भारतीय क्रिकेट  टीमक एक खिलाड़ी एकटा department स्टोर में चोरिक आरोप में गिरफ्तार भेल रहथि. तहिया भारतमें CCTV कैमराक प्रचलन नहिं रहैक, आ खिलाड़ी बुझलनि जखन केओ छैहे नहिं तं पकड़त के !                  किछु, काल बाद हमरा लोकनि बसमें बैसलहु आ मोटर-लांचक यात्री उतारबाक स्थान पर पहुंचि सबहक संग भेलहुँ.  घुरतीमें टूर गाइड प्रत्येक स्थानक महत्व, इतिहास आ गौरव गाथा सुनबैत एलाह. रास्तामें इंवेरनेस, फोर्थ, आ अबरडीन शहर अयलैक. अंततः रातिक करीब आठ बजे बस हमरा सब के एडिनबराक किंग्स माइल पर उतारलक आ स्कॉटिश हाइलैंड आ लेक नेस केर भरि दिनक टूर समाप्त भेल.

एडिनबरामें तेसर दिन : आइ सोचल एडिनबरा शहरे देखल जाय. अस्तु, होटल सं कनिए दूर बाहर आबि वेवरली स्टेशन लग conducted टूर केर दू टा टिकट किनल. बस लगहिंमें ठाढ़ छलैक. दोसर तल्ला खुला रहैक, ओही पर जा कय मनपसंद सीट पर बैसि जाइत गेलहुं. स्कॉटलैंडमें एखन जुलाई मासमें ततेक गर्मी नहिं. आसमान साफ़. कतेको पर्यटक आ स्थानीय नागरिक- माउगि-पुरुष- पार्क में रौद तपैत ओंघरायल छलाह. ई तं सर्वविदित अछि गोरा लोकनिमें रौद तापि सन-टैनसं देह चामकें तामा-जकां गाढ़ रंग देबाक ततेक प्रधानता छैक जे योरोपीय आ अमेरिकन सब एशियामें आबि एतय गोवा-दामन-दिउ धरि आबि रौदमें  देहक रंग बदलैत छथि. खूजल देह, नंग-धरंग फिरंगी अपना लोकनिक समुद्रक कातमें तेहन कौतूहल जगबैछ जे ओकर एकटा खिसा कहैत छी. एकबेर हमरा लोकनि सोमनाथक इलाकाक समीप दिउ गेल रही. टैक्सीमें प्रायः सबठाम देखब-सुनब समाप्त भ गेल छल. किन्तु, होटल दिस घुमबाक बदला ड्राईवर समुद्रक एकटा जनशून्य इलाका दिस गाड़ी मोडलक. पुछलियैक, 'आब कतय ?'
'उधर जाना है.'
हम पुछ्लियैक, 'ओम्हर की छैक ?
' फोरेनर को देखने के लिए !'
हम बात बूझि गेलहुं. कहलिएक, ' एहि ठाम कोनो दर्शनीय मन्दिर-मस्जिद-गुरुद्वारा- स्मारक-म्यूजियम बंचल छैक तं ल चलह, नहिं तं सोझे होटल जायब.'



एहि ठाम एडिनबरामें पार्कसं सटले, स्टेशन रोड-प्रिंसेज स्ट्रीटक  कोन पर एकटा भव्य मंडपमें ऊँच आधारपर साहित्यकार-राजनेता सर वाल्टर स्कॉट केर बैसल मूर्ति छनि. सड़कक दुनू कात चौड़ा फुटपाथ. आब भारतक शहर सब में फुटपाथ कतय पाबी. अपना ओतय सड़क कें ट्रैफिक आ पार्किंग गीडि गेल आ फुटपाथकें रेड़ी आ फुटपाथक दोकान. ककरो पुछबैक, तं जवाब भेटत ई संवेदनशील राजनैतिक मामला थिक. जाहि देशमें नियम क़ानूनक नित्तह अवहेलनाकें संवेदनशील राजनैतिक मामला बूझि लोक क़ानूनक उल्लंघनके उचित ठहरबैत अछि, ओतय कानूनक पालन कयनिहार निस्सहाय अछि. अस्तु, खाली सरकारी जमीन नेता लोकनि हड़पलनि. चौक-चौराहाकें मन्दिर आओर मज़ार हडपलक. सड़क पर गाड़ी आ चलता-फिरता दोकान. पब्लिक चलत तं कतय.  कखन गाड़ी पीचि देत, वा धक्कम-धुक्कीमें कखन जेबकतरा जेब कतरि लेत, कोन ठेकान. फलतः, कोनो शहरमें आरामसं टहलैत-फिरैत बाज़ारमें घूमब सपना भ गेल अछि; हमरा पांडिचेरीमें पांच वर्ष भ गेले किन्तु, पंद्रह वर्ष पूर्व जे भारिपोख सड़कपर बौआयल रही तकर मनोरथ पुनः पूर नहिं भेल.
एतय एडिनबरामें  सड़कक काते-कात ठाम-ठाम नागरिक लोकनिक द्वारा अपन प्रिय परिवारजनक स्मरणमें दान कयल कतेक रास बेंच सब देखलियैक. मोन होअय तं टहलू, मोन हो तं सड़कक कातमें बेंचपर बैसि निर्मल वायुक सेवन करू. सड़कक दोसर भाग एक ठाम  एकटा सैंड-आर्टिस्ट बालुसं एकटा लेब्राडोर कुकुरक भव्य आकृति बनाकय रखने रहथि.               एहि सड़क पर किछुए दूर आगू सड़कक कातहिं एकटा ऊँच बैसकपर प्रसिद्द प्रसूति चिकित्सक सर जेम्स यंग सिम्पसन केर मूर्ति छनि. मनुष्यकें शल्य-चकित्साक हेतु बेहोस करबाक हेतु क्लोरोफोर्मक प्रयोगक अविष्कारक सिम्पसने थिकाह. ज्ञातव्य थिक आब रोगीकें बेहोश करबाक हेतु इथर आ क्लोरोफॉर्मक उपयोग नहिं होइछ.

एहि conducted सिटी tour में आओर कतेक दर्शनीय स्थान छैक, जाहिमें प्रमुख थिक, रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियन , स्कॉटिश पार्लियामेंट, एडिनबरामें रानी एलिज़ाबेथक आवास. ई सब किछु बाहरे सं देखल. एहि सब म सं रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियन क भवन आकृष्ट केलक. एडिनबरा शहरक एहि भागमें अधिकतर भवन एके रंगक मटमैल सैंड-स्टोनसं बनाओल अछि. एके रंगक सब भवन सबमें कोनो भवन एकाएक विशिष्ट वा भिन्न नहिं लागत. एतुका रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियनक ने बोर्ड आडम्बर पूर्ण बोर्ड, आ ने कोनो गहमा गहमी: भवनक  सड़कक दिसक छोट-सन सीढ़ीक  एक भागमें केवल करीब डेढ़ फुट लम्बा आ एक फुट चौड़ा पितडियाक बोर्ड. हम भीतर गेलहु. प्रेसिडेंटक सहायक महिलाके अपन परिचय देलिअनि. पुछलिअनि. 'अहाँक परिसर देखि सकैत छी ?'
'अहाँ रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियनक मेम्बर छी ?'
'नहिं.' तखन परिसरमें जायब सम्भव नहिं. हम आगू बढ़लहु.
बाटक कातक एकटा मदिरालय (पब) दोसर रोचक अनुभव छल. टूर-गाइड कहलनि, ई मदिरालय पहिने चर्च रहैक. हमरा हँसी लागि गेल. किन्तु, हमरा रानीखेत मिलिटरी एरिया मोन पडि आयल. ओतय एकटा चर्चमें सैनिक लोकनिक विधवा लोकनि द्वारा संचालित बुने केंद्र देखने रहियैक. स्पष्ट छैक, भारत में ब्रिटिश राज्यक अवधिमें अनेको कान्टोंनमेंट में इसाईक विभिन्न मतक अनुयायी लोकनि अपन-अपन चर्च बनौने छलाह. एहि म सं कतेको विशाल चर्च ओकर ओतबे विशाल परिसर सब आ जंगल झाड़सं भरल देखबैक. सत्यतः, भगवान-भगवती जं छथि तं हुनका लोकनिकें मनुष्यसं प्रेम हेतनि, भूमि आ भवन सं कोनो आशक्ति नहिं. जतय बजयबनि, आबि जेताह. पुनः 'पूजतोशि स्वस्थानं गच्छताः'. किछु दूर आगू स्कॉटिश पार्लियामेंटक बिल्डिंगक बाहरी देबालपर सांसद लोकनिक हेतु बनाओल थिंकिंग-पोड ( thinking pod) तेसर रोचक अनुभव छल. तिब्बत आ लद्दाख़में तपस्वी लामा -साधक लोकनि जनशून्य पहाड़क खोहमें दीर्घ अवधि धरि एकांत बास करैत मनन चिंतन करैत छलाह. गुफाक छोट-छोट द्वारि बाटें शिष्य लोकनि भोजन पानि द अबैत छलनि. किन्तु, एखनुक युग में थिंकिंग-पोड ( thinking pod) ! जं, एतय समाजकें राजनेता लोकनिले मनन-चिंतनक हेतु एकांत स्थानक उपयोगिता बूझि पड़लनि तं अवश्ये एतुका जनता राजनेताक सोचकें नीक दृष्टि सं देखैत छथि. हमरा लोकनिक ओतय नेतालोकनिक चिंतनमें  चुनाव आ सत्ता ततेक ने हाबी छनि जे राजनेता लोकनि न्यू यॉर्ककेर सेट्रल पार्क आ दावोस में सेहो अंपन प्रसंशा आ विपक्षी दलक भर्त्सनासं बाज नहिं अबैत छथि. अस्तु, नेता जा धरि सत्तामें  छथि ताबत निष्पाप आ निष्कलंक. किन्तु, जहां सत्ताच्युत भेलहु, आरोपी भ जाइत जेताह. तथापि, जं वकील-कोर्ट-कचहरी-जजक कृपा रहल तं आजीवन आरोप साबित नहिं हेतनि. जं अपराधी साबित भेलाह, आ जयलातिता जकां प्रारब्ध भेलनि तं मृत्यु प्रतिष्ठाकें बंचा लेतनि. जं , नारायण दत्त तिवारी , लालू, चौटाला-सन दीर्घायु भेलाह तं  अनका ककरा दोष देथिन.
एडिनबराक conducted tour करीब घंटा भरिमें समाप्त भ गेल. अर्थात ई बस एकटा नियत रूट पर प्रदक्षिणा केलक आ विधि पुरओलक. आब शहरकें विस्तार सं देखबाक हो तं हफ्ता भरि रहू, गली-कूचा-पार्क-पब-चर्च- विश्वविद्यालय-म्यूजियम, जाहि में रूचि हो, नीक जकां देखू.  सत्यतः, एतेक सूक्ष्म दृष्टिसं तं स्थानीय बासिन्दा सेहो अपन शहर-नगर कहाँ देखि पबैत छथि. अस्तु, आइ हमरा लोकनिक स्कॉटिश हाइलैंड आ एडिनबराक टूर समाप्त भेल.         
                                                                

Wednesday, January 24, 2018

कारगिल आ द्रास




कारगिल आ द्रास
कारगिल: ओना तं कारगिल सुदूर लद्दाख़क मात्र एकटा जिला थिक, किन्तु, कारगिल युद्धक पछाति भारतमें कारगिलक नाम के नहिं सुनने हयत. कारगिल, श्रीनगर-लेह मार्ग पर लगभग बीचोबीच अबैछ. एतय शहर, सैनिक प्रतिष्ठान आ जनसंख्या शहरक लम्बाईक बीचोबीच बहैत सुरु नदीक दुनू कात बसल अछि.भारत-पकिस्तान नियंत्रण रेखाक समीप कारगिल श्रीनगर-लेह-बटालिक-आ जान्सकार जेबाबला सड़कक चौबटिया थिक. अस्तु कारगिलक सामरिक महत्वकें सहजहि बूझल जा सकैछ. सर्वविदित अछि, एहि सामरिक महत्वकें बूझितो भारत 1999 में जखन घोरनिन्न में सूतल छल, पाकिस्तान हमरा लोकनिक राष्ट्रिय सुरक्षामें सेंध मारि रहल छल. कारगिल युद्ध हेबनिक घटना थिक. तें, एतय कारगिल युद्धक पृष्ठभूमि, रणनीति, आ भारतीय सुरक्षापर एकर परिणामक विशद विवेचना आवश्यक नहिं. इहो सर्वविदित अछि, पकिस्तान जतेक बेर भारत पर आक्रमण केलक अछि ओकरा पारजयक संग प्रतिष्ठाक हानि सेहो भेलैये. अस्तु, आब जं पुनः पाकिस्तान भारत पर आक्रमण केलक तं ओकर परिणाम पकिस्तानले की हेतैक से कहब कठिन. तथापि, पीठपर परमाणु बमक अहंकार सं पाकिस्तान भारतक विरुद्ध उपद्रव् करैत रहत से पूर्णतया संभव. कहैत छैक, रोग कें आ शत्रु कें कखनहु थोड़ नहिं बूझी. स्वतंत्र भारतक इतिहासक अनुभव कहैत अछि, हमरा लोकनि पाकिस्तानके  अविश्वसनीय पडोसी आ घातक शत्रु बूझी सएह उचित. पाकिस्तान हमरा लोकनि कें समर्थ पडोसी आ सशक्त शत्रु बूझय ताहिमें कोनो हर्ज़ नहिं. कारण, सबल भारत  पकिस्तान क दमन क सकैछ, आ पाकिस्तानक हमरा लोकनिक प्रति शत्रुता ओकरा पंगु बना सकैछ.
हम जहिया कारगिल गेल रही, कारगिल युद्ध कें बेसी दिन नहिं भेल रहैक. स्थानीय फील्ड एम्बुलेंसक ऑपरेशन थिएटरक टिनक छत पर पाकिस्तानी गोलाबारीक निशान ओहिना रहैक. सुरु नदीक दोसर पार भारतीय सेना क गोला-बारूदक भण्डार आ पेट्रोल-डीजलक डंप पाकिस्तानी गोलाबारीमें कोना नष्ट भेल रहैक से लोक कें बिसरल नहिं रहैक. कहल जाइछ एहि अग्निकांडक फलस्वरूप अनेक दिन धरि फाटैत बम-गोला अनेक दिन धरि  कारगिल शहर पर वज्र-जकां बरसैत रहल छल. एतय फील्ड एम्बुलेंस (भारतीय सेनाक युद्धकालीन मेडिकल प्रतिष्ठान ) आ इन्फेंट्री बटालियनसं सोझे नीचा सुरु नदीपर बनल इकबाल पुलपर होइत सड़क सोझे कारगिल शहर जाइछ. अस्तु, हम सांझुक पहर टहलान ले शहर दिस बिदा भेलहुँ. ई कश्मीरमें एखन सम्भव नहिं. कश्मीरक विपरीत लाद्दखक इलाका पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद सं मुक्त अछि. कारगिल मुस्लिम बहुल इलाका थिक.  किन्तु, एतुका मुस्लिम लोकनि सिया थिकाह आ ई लोकनि सिया सम्प्रदायक ईरानी गुरु लोकनिक अनुयायी छथि. पाकिस्तान-सऊदी अरबिया सुन्नी साम्राज्यक अंग थिक. एहि ठाम ओकरा लोकनिकें खाद-पानि भेटब मुश्किल.
हम कारगिल शहर पहुंचल रही तं सांझ हेबा पर रहैक. ओहि दिन संयोगसं कोनो धर्मगुरुक ईरानसं अबैया रहनि. बाजारमे जहां-तहां लोक सब स्वगात्में एकत्रित छल.  खुटपुटिया दोकानदार सब बाटक कातहिं बोरा बिछाकय वा भूमिए पर दोकान लगौने छल. एक गोटे बासन म सं निकालि-निकालि, सीसाक छोट-छोट चाहक गिलास में दही-चीनी बेचैत छलाह. दोसर गोटेक आगू एकटा तौला-सन  पात्र रहैक. कौतूहल भेल पुछलियैक, 'की थिकह ?'
-रिस्ता है, जनाब !
जं अहां मांसाहारी छी आ कश्मीरी पुलाव, रिस्ता-गुस्तावा-यख़नी नहिं खेलहु-ए, तं बिलम्ब जुनि करी. आब तं सब ठाम सब किछु भेटैत छैक. रिस्ता-गुस्तावा मासुक कीमाक लड्डूक  आकारक व्यंजन थिक जकरा स्वादिष्ट सुगन्धित झोरमें बरकाओल जाइछ आ पुलाव-पराठाक संग परसल जाइछ. भ गेल ने लोभ. भ आउ कश्मीर, जुलाई में जायब तं कश्मीरक उपत्यका, अमरनाथक शिवलिंग आ गुस्तावाक भोजन सब किछु क लेब.
द्रास: प्रसिद्धि ले दुइए टा चाही- नीक वा बेजाय. द्रास उपत्यकाक प्रसिद्धि एहिठामक भीषण सर्दीक कारण छैक. श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर अवस्थित ई छोट-सन उपत्यका एशियाक सब सं सर्द आ विश्वक दोसर सब सं बेसी ठंढा स्थान थिक. एतय जाड़क समयमें तापमान शून्यसं 60 डिग्री सेंटीग्रेड (-60° C) धरि जेबाक रिकॉर्ड छैक. ज्ञातव्य थिक, एहि इलाका में मसको-द्रास-कारगिल धरि राजमार्गक उत्तरक पहाड़ीक समीपे नियंत्रण रेखा छैक. जाहि स्थान में भारतीय चौकी ऊँच स्थान पर अछि भारतीय सेना नीचाक पाकिस्तानी पोस्ट पर सोझे प्रहार क कय दबदबा बना सकैछ. विपरीत परिस्थितिमें भारतले सेहो परिस्थित विपरीते छैक. सर्द इलाका आ भयानक बर्फ़बारीक कारण जाड़क समय में सड़क संचार छिन्न-भिन्न भ जाइछ. फलतः दुनू देशक सेना सदाय सं जाड़में ऊँच स्थानक अपन-अपन पोस्ट छोडि कम ऊँचाईक क्षेत्रमें चल जाइ छल. गर्मी अयलापर पुनः दुनू सेना अपन-अपन भूमिपर कब्ज़ा करैत छल. 1998-99 में पकिस्तान एहि परम्पराकें तोडि भारतक खाली पोस्टकें चुपचाप हथिया लेलक, आ बेखबर भारतीय सेना  गर्मीक प्रतीक्षा क रहल छल. एहि बीच पाकिस्तान हालहिंमें हथियाओल ठेकाना सब पर सं श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर निरंतर गोलाबारी सं द्रास-कारगिल-लेहक यातायातकें छिन्न-भिन्न कय कश्मीरकें लद्दाख़सं तोडि देबाक सामरिक मंसूबा बनौलक. अचानक आयल इएह चुनौती सूतल भारत सरकार आ भारतीय सेनाकें जगौलक आ अंतत भारतीय सेनाक कारगिल अभियान आ अनेक अंतर्राष्ट्रीय भर्त्सनाक फलस्वरूप भारत अपन भूमि पर कब्ज़ा केलक आ श्रीनगर-लेह राजमार्ग आ लद्दाख़क इलाका पुनः सुरक्षित भेल. एहि युद्धमें भारतकें कोन मूल्य चुकबय पडलैक आ भारतीय सेना केहन वलिदान देलक से इतिहास विदित अछि. आइ हमरा लोकनि कारगिल सं द्रासकेर यात्रा पर छी. एतय सड़क पहिने सुरु नदीक दछिनबरिया कछेर धेने पश्चिम मुँहे चलैछ. पछाति जखन सुरु नदी सोझे पाकिस्तान दिस आगू बढ़इछ तं सड़क सिंगो-द्रास नदीक कछेर ध लैछ. सीमा क्षेत्रक एहि इलाकामें  पग-पग पर शहीद स्मारक, तोपखानाक गन केर जाल  भेटत. कारगिल सं कनिएक पश्चिम आ छनिगुंड सं पूब गुरुंग पुल देखबैक. इहो गुरुंग एहि सुदूर प्रदेशमें अपन शोणित सं मातृभूमिक हेतु तर्पण केनिहार वीर थिकाह. अस्तु, एक क्षणक विराम ,एक क्षणक मौन आ नमन. अंततः शहीदकें आओर की कामना ! गुरुंग पुल सं आगां छनिगुंड गाओं अबैछ. एहि गाओं सं आगू दाहिना कात नदीक दोसर पार, ऊँच पहाड़पर पाकिस्तानी पोस्ट सब एहि सड़क पर निरंतर निशाना सधने रहैछ जाहि सं भारतक नागरिक आ सामरिक क्षति होइछ. अस्तु, एहि सड़क पर अनेक ठाम स्थायी बोर्ड देखबैक, ' दुश्मन आपको देख रहा है .' अस्तु, एतय ठमकू जुनि, आगू बढ़इत रहू. एतय छी तं मन पड़ैत अछि एकटा दुखद प्रकरण. प्रायः 2000-2001 क घटना थिकैक. हम लेह में रही. सांझुक पहर रहैक. एकटा गाड़ी एयर फ़ोर्सक एकटा सेवारत सार्जेंटक शरीर ल कय आयल. संगमें विधवा युवती. ई दम्पति अमरनाथ यात्राक पछाति हवाई जहाज पकड़बाले लेह अबैत रहथि. छनीगुंडक इलाकामें महिला ओंघाकय कारक सीट में पडि रहल छलि. सार्जेंट पति अलर्ट सीट पर बैसल छलाह. अचानक आयल पाकिस्तानी स्नाइपर फायर हुनका ओत्तहि ढेर क देलक. ज्ञातव्य थिक, ई घटना शान्ति कालक थिक. एहि सड़क पर भारतीय सेना सेहो स्थान-स्थान पर मोर्चा लगा, नियत पाकिस्तानी ठेकाना सबकें अपन निशाना पर रखने अछि, जकरा समय अयला पर क्षण में भूमिसात कयल जा सकैछ. ज्ञातव्य थिक भारत-पाकिस्तानक बीच ने युद्ध, ने शान्तिक एहि परिस्थितिमें नित्तह द्वन्द चलिते रहैछ. हँ, सेना सब किछु करैत अछि, किन्तु, जखन आवश्यकता होइत छनि राजनेता अपन छाती ठोकैत छथि. सेना नित्य अपन काज चुपचाप करैछ. प्रचार सेनाक ने आवश्यकता थिकैक आ ने संस्कृति. प्रचार सैनिक अभियान ले सेहो उचित नहिं. थोड़बे  दूर आगू संकीर्ण पहाड़ी इलाका थोड़े चाकर नमछर  उपत्यका में बदलि जाइछ. माने, आब हमरा लोकनि द्रासमें छी. एतय गांओ सं पहिनहि सड़कक दाहिना कात कारगिल युद्ध में शहीद हुतात्मा लोकनिक पैघ स्मारक छनि. एखन शान्ति काल थिक. हिनका लोकनिक उद्दात्त कीर्ति आ अपूर्व शौर्यक बलें राष्ट्र सुरक्षित अछि. हमरा लोकनि सड़कक कातहिं गाड़ी ठाढ़ कयल. शहीद लोकनिक सम्मानमें पयरे चलैत स्मारक धरि गेलहुं आ समानधर्मा  सैनिक लोकनिक स्मरण करैत मौनसं श्रद्धा-सुमन अर्पित कयल. 
द्रास में एखन खूब रौद छैक. बाटक काते-कात नदीक कछेर पर गहूमक खेती उपत्यका कें हरियर केने अछि. जहां-तहां वनफूल बसात में डोलि रहल अछि. वायु शर्द छैक. तथापि, एखन गर्म कपड़ा नहिं चाही. द्रासमें ई अद्भुत भेल ! कमरामें तं खूब नीक गर्म कपड़ा ( Arctic wear ) क बिना काज नहिं चलत. थोड़ेक दूर आगू सड़क कातहिं में द्रासक रिकॉर्ड तोड़ बर्फ़बारीक साइन बोर्ड देखबैक. किछुए कालमें ऑफिसर मेस में पयर देल तं भोजनक बेर भ गेल रहैक. गर्म भोजन भेलैक. किन्तु, अपन कोठलीमें  मोटगर ओढ़ना तानि जहां पड़लहु कि, बुम ! बुम !! बुम !! क ध्वनि सं सम्पूर्ण उपत्यका दलमलित भ गेल. ओढ़ना एककात राखि उठलहु. आँखिपर चश्मा चढ़ाओल आ बाहर बरामदा पर आबि उपत्यकाक दक्षिण, दूर क्षितिजक नीचा पहाड़ दिस दृष्टि केन्द्रित केलहुं. शान्त वातावरणक नीरवताकें चिरैत एकटा आओर गर्जन: बुम ! क्षण भरिक पछाति दूर पहाड़पर माटिक ढेप-सन, मटमैल, एकटा छोट-सन, क्रमशः ऊपर उठैत विन्दुपर नज़रि गेल जे क्रमशः पैघ गुबार/ गोबरछत्तामें परिवर्तित भय आकाश दिस उठैत गेल. निमेष मात्रमें फेर, बुम ! धुआं आ ध्वनिमें समयक ई अंतर प्रकाशक आ ध्वनिक गतिक अंतरक द्योतक थिक. हमरा बुझबामें भांगठ नहिं रहल जे ई पाकिस्तानी सेनाक तोपखानाक टारगेट प्रैक्टिस छी. हँ, जं ई पाकिस्तानी सेनाक तोपखानाक टारगेट प्रैक्टिस थिक तं ओकरा सबहक निशाना आ प्रैक्टिस दुनू दोषपूर्ण छैक. आ एहि गोलाबारी सं एतय केओ डेरा जायत से सोचबो व्यर्थ. अस्तु, हमहू कोठलीमें वापस आबि सूति रहलहु. किन्तु, सूतब सम्भव नहिं भेल. शीघ्र हमरा लोकनिक स्थानीय आर्टिलरी ब्रिगेड सेहो अपन फायरिंग आरम्भ केलक. संकीर्ण उपत्यकामें लग सं होइत फायरिंग ता धरि चलैत रहल जाधरि पाकिस्तानी लोकनि सटक ! सीताराम कय शान्त नहिं भ गेलाह. डायरेक्ट आर्टिलरी फायरिंगक नीचा सुतबाक ई अनुभव हमरा नीक लागल. 

     

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