ऋतु परिवर्तन
1
ऋतु परिवर्तन अनैत अछि नव आशा
ऋतु परिवर्तन कखनो लबैत अछि अगबे निराशा
मुदा , आशा आ निराशा थिक मनक उपज
आ परिवर्तन थिक मनुक्खक दास
तें , हे मन ! किएक होइत छह उदास ?
2
मनुक्खेक मोन थिक नीक बेजायक निकती- तराजू
आ सत्य-असत्य , नीक-बेजायक पैमाना थिक काल
मुदा, जीवनक परिधि अछि छोट
तें मनुक्ख होइत अछि निराश
मुदा लगाउ त सब मिलि एकबेर जोर
आ करी पैमाना बदलबाक प्रयास ?
3
हवा में छै परिवर्तनक शुभ संकेत
वायु कोन में देखैत छियैक बिहाडिक आभास
आह ! अबउ त एकबेर कसगर झोंकी आ खसा दौ जर्जर दलान
तखने त उठतै नव घर आ नवतुरिया चलाओत अभियान
आ फेर बदलल ऋतु में
अओतैक क्लान्त- परिश्रान्त मनुक्ख में जान !