अन्नपूर्णा भाल पर अरुणोदयक पाहिले चुम्मा
कय दैत छनि अन्नपूर्णाक गाल कें लाल
आ क्रमशः तरुणाइत रौद केर स्पर्श सँ
पसरय लगैछ अन्नपूर्णाक कमनीय कायापर
स्वेद केर बुन्न,पमार, आ फेर धार !
ओएह पमार क्रमशः बनैछ - सेती ,गण्डकी , मर्श्यांगदी , मेछी आ महाकालीक धार !
कय दैत छनि अन्नपूर्णाक गाल कें लाल
आ क्रमशः तरुणाइत रौद केर स्पर्श सँ
पसरय लगैछ अन्नपूर्णाक कमनीय कायापर
स्वेद केर बुन्न,पमार, आ फेर धार !
ओएह पमार क्रमशः बनैछ - सेती ,गण्डकी , मर्श्यांगदी , मेछी आ महाकालीक धार !
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