Wednesday, December 2, 2015

लेते आ मार्फा गाओं , मुक्तिनाथ आ मुस्तांग

लेते आ मार्फा गाओं , मुक्तिनाथ (मुस्तांग जिला , नेपाल)
नेपाल क मुस्तांग जिला अनेक कारण सं सुपरिचित छैक . धर्मप्राण लोक ले मुस्तांग मुक्तिनाथक इलाका थिकनि. पद-यात्राक लोभी पर्यटक ले मुस्तांग  अति  मनोरम  इलाका थिक . नग्न पहाड़ , कल-कल बहैत नदी , हरियर खेत , दुर्गम बाट , आ रहस्य-रोमांच ; की नहिं छैक मुस्तांग में !
हमरा नेपाल प्रवास केर अवधिमें  दू बेर मुस्तांग जेबाक अवसर भेटल . पहिल बेर तं यात्रा पूर्णतः धार्मिक छल . दोसर बेर मेडिकल कैंप में गेल रही . दोसर यात्रामें मुक्तिनाथक अलाबा दोसरो स्थान सब देखलहुं . तें दुनू यात्राक अनुभव हमर मुस्तांग यात्राकें पूर्ण केलक .

मुस्तांग जिलाक बाट नेपालक प्रमुख शहर पोखरा बाटें छैक . पोखरा सं सड़क मार्ग आ वायुमार्ग दुनूक विकल्प छैक. हवाई जहाज सं बीस मिनट लगैत छैक , बस आ कार सं प्रायः 12 घंटा. पद-यात्रा में 11-12 दिन . जकरा जतेक समय आ जेहन रूचि . हम दुनू बेर हवाई जहाज सं मुख्यालय जोमसोम धरि गेलहु . जोमसोम सं आगू मुस्तांग जिलाक बांकी यात्रा मोटर गाड़ी सं भेलैक.
जोमसोम हवाई अड्डा लग छोट सन  बाज़ार छैक . बाज़ारमें बेसी होटल , किछु दोकान-दौड़ी आ सरकारी पर्यटन कार्यालय छैक . हवाई अड्डासं बहरायब तं दाहिना दिस बिदा हयब तं मुक्तिनाथक बाट छैक . बामा दिस सड़क पहिने काली गण्डकी पार करैछ आ तखन मार्फा होइत लेते. आगू , गलेश्वर, बेनी , बाग्लुंग , कुसुमा  होइत सड़क पोखरा धरि जाइछ . मेडिकल कैंप ले हमरा लोकनि लेते गेल रही तें  लेते गाओंक चर्चा  .

लेतेक डायरी  
जोमसोम पोखरा मार्ग पर लेते एकटा छोट सन  गाओं थिक .आजुक सर्वज्ञ पितामह 'गूगल' के पुछबनि (2010 में ) तं  लेतेक कोनो चर्चा नहिं . तें, हम जखन गूगल सं जिज्ञासा कयलियनि तं गूगल गुम्म भ गेलाह . माने, अपने जाऊ , देखि आउ . 
जोमसोम सं लेते धरिक यात्रामें बस सं करीब डेढ़ घंटा लागल छल . ऊँचाई २५३० मीटर . लेतेमें हमरा लोकनिक रहबाक व्यवस्था 'कालोपानी ' नामक गेस्ट हाउस में छल; लेते में छोट पैघ , गोड दसेक होटल-गेस्ट हाउस हेतैक .   कालोपानी गेस्ट हाउसक समीप एकटा हाई स्कूल - ज्ञानोदय माध्यमिक विद्यालय . हमरा लोकनिक 'होस्ट' Green Village Ventures एही  स्कूल में हमरा लोकनिक (मणिपाल मेडिकल कॉलेज, पोखराक डाक्टर लोकनिक ) सहायता सं मेडिकल कैंप लगौने छथि . स्कूलक लगहिं एकटा बौद्ध मन्दिर - 'सुल्टिम  गुम्बा ' , प्रहरी पोस्ट, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, आ टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट छैक . (एहन छोट जनसंख्याक गाओंमें एकठाम   एतेक रास सुविधा नेपालेमें देखबैक . बिहारमें तं असंभव !)





गामक आबादी सड़कक काते कात बसल छैक . गाय -मालक गोठुला , मालक थरि , आ खेत पथार , जेना गाओं में होइत छैक, एतहु छै . गाम में पाइप द्वारा पेय जलक आपूर्तिक व्यवस्था छैक . ऊपर सं लोक  अपन -अपन टंकी सेहो लगौने अछि . लोक स्वास्थ्य संरचनाक दृष्टिए तें हम नेपाल कें भारत सं आगू बूझैत छियैक .
कालोपानी गेस्ट हाउस में गोड बीसेक कोठली हेतैक . संगहिं खान-पानले रेस्तोरां. रूम सब ऐल-फैल . अटैच्ड बाथरूम . टीवी , फ़ोन नहिं . नीके . रेस्तोरां में ढूध , आ बिनु दूधक, चाह  उपलब्ध हयत . जलखैमें ब्रेड, मधु , रूहार्बक जाम , मक्खन , अंडा , पूड़ी-सब्जी . भोजनमें दुनू सांझ भात-दालि , साग , आलू-बंदगोबी , बोड़ीक तरकारी , मासु /चिकन आ सलाद-पापड़ -अचार , फिल्टर्ड पानि . पश्चिमी शैलानी ले पिज़्ज़ा , हैश-ब्राउन, आ केक सेहो भेटैत छैक . स्टाफ दुभाषिया/ बहुभाषी  आ विनम्र .

लेते गाओं में मेडिकल कैंप 
पहिल दिन मेडिकल कैंप करीब 11 बजे आरम्भ भेलैक. कैंप आरम्भ हेबा सं पूर्व  गामक महिला लोकनिक सामुदायिक स्वागत : गीत-गान , लाली गुडांस केर माला आ अद्भुत स्नेह . स्वभाव में सरल आ सौजन्य में बेजोड़. एतेक नीक स्वागत नेपाल छोडि आन  ठाम असम्भव . पहिल दिन 59 टा रोगी ; रोगी देखैत-देखैत पां च बाजि गेलैक . हमर सहायक श्री पशुपति बराल जेहने मेहनतिया, स्वभावक तेहने नीक आ कार्यकुशल .रोगी देखलाक  पछाति एसगरे टहलय चल गेलहुं. सांझ में सहकर्मी डेंटिस्ट लोकनि शिकायत केलनि ; 'एसगरे किएक गेलहुं ? हमरो लोकनि जैतहु' . अस्तु, दोसर दिन डेंटिस्ट स्मृति भंडारी , आ मेघा सेरचन सेहो संग भ गेलीह . वरिष्ठ हृदयरोग विशेषज्ञ डाक्टर आलूरकर सेहो रहथि .हमरा लोकनि एकटा खुडपेरिया  बाट पकडि चलि  पड़लहु .छायादार जंगल आ पाइन-नीडलक गलीचापर  गुज-गुज बाट . कनेक आगू जा कय फुलाइत लाली-गुडांसक गाछ सेहो भेटल . एतुका ऊँचाई सं उपत्यकाकेर तलहटी आ काली गण्डकीक धारक विहंगम दृश्य मनोहारी लागल .शीतल वायुक स्पर्श , बुन्निक फुहार आ मनोरम दृश्य आओर आगू जयबाले लोभबैत छल . मुदा , झलफल सांझमें पहाड़ी बाट मोहक आ जान लेबा दुनू भ सकैत अछि . तें, आपस होटल घूरि अयलहु . भोजन -भात गप्प-सप्प भेलैक . मुदा , कैंप-फायर होइत ततेक राति भ गेलैक जे तामसे सामूहिक आंनदक लोभ त्यागि  बिछाओनक शरण धयल .  







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