कोरोना काल में दोसर हवाई यात्रा
कोरोना-काल में सब किछु संदिग्ध भ’ गेल अछि. मानि कय चलू, अहाँक अतिरिक्त सब
केओ, सब किछु कोरोना -संक्रमित अछि. वायु संक्रमित अछि. बैसबाक स्थान, गाड़ी-घोड़ा, दोकान-होटल,
मन्दिर-गिरजाघर, अस्पताल-कोर्ट-कचहरी, स्कूल-कालेज, रेल-हवाई जहाज-टैक्सी-बस सब
किछु संक्रमित अछि. चतुर्दिक संदेहक फलस्वरुप
मनुष्य पूर्णतः परेशान अछि. की करी, की नहिं, तकर विचार मात्रसँ लोक कें चक्कर आबय लगैत छैक.
गाममें केओ अस्वस्थ भ’ गेल, कोनो ख़ुशी वा दुःखक अवसर आबि गेलैक,तं मन मारि बैसल रहू. नहिं, जं हिम्मत क कय कतहु गेलहुँ तं अगिला दू हफ्ता एहि तनाव ले तैयार रहू जे कखन ने कोरोना-संक्रमणक लक्षण आ रोग हड़हड़ी बज्र-जकां माथ पर खसि पड़य. शहरमें बेसी ठाम एहने परिस्थिति भेटत. किन्तु, मिथिलांचलक देहातमें हमरा परिस्थिति एकदम भिन्न भेटल. कतहु केओ मास्क नहिं लगबैछ. कतहु कोनो समाजिक दूरी नहिं. संयोगसँ कोरोनाक प्रकोप सेहो लोककें देखबा में नहिं आबि रहलैक अछि. लॉक-डाउनक बाद जेना लोक साकांछ छल, ने तेहन सावधानी, आ ने तेहन भय. पटनामें सेहो लोक इच्छानुसार मास्क लगबैछ. एक-दोसराक ओहिठाम आयब-जायब चलि रहल छैक. हाट-बाज़ारक भीड़के दोष देबाक कोनो औचित्य नहिं. पटना एअरपोर्टक भीतर आ पटना जंक्शनक बाहरक भीड़क सघनतामें कोनो विशेष अंतर नहिं. तथापि, जं हवाई यात्रा क कय बाहर सं मिथिलांचल वा मिथिलांचलसं आन ठाम कतहु पहुँचबाक हो तं हवा निकलि जायत ! हमरा एखन तेहने अनुभव भेल. तकरे गप्प सुनू.
2020क मार्च मास. 11 तारीखक जोधपुरसँ चेन्नई आयल रही तं पहिल बेर चेन्नई हवाई अड्डापर कोरोना सम्बन्धी जाँच-पड़तालसँ पाला पड़ल छल. तकर बाद ने कोनो यात्रा कयल, ने यात्राक अनुभव भेल. एखन नौ मासक पछाति, 12 दिसम्बर कय जखन पटना बिदा भेलहुँ तं चारू भुवन नजरि आबय लागल. खैर, ईश्वर में विश्वास नहिओ रहैत, भगवान-भगवान करैत चिरपरिचित-चिन्हार टैक्सीवाला कें संग कयल. एअरपोर्ट पर सरकारी अनुदेशक अनुपालन करैत आगू गेलहुँ. हमर सीट बिचला छल, तें, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) कें ओहिना पहिरल जेना ऑपरेशन करबा काल ऑपरेशन थिएटर में पहिरैत आयल छी. चेहराक सामनेक फेस शील्ड यात्रामें नव अनुभव छल. तथापि, पटना जयबा काल बिहार सरकारक तरफसँ जाँच-पड़तालक कोनो सख्ती नहिं. मुदा, अयबाक तैयारीमें पसीना छूटय लागल. चेन्नईमें उतरनिहार प्रत्येक व्यक्ति केर e-रजिस्ट्रेशन तमिलनाडु सरकार अनिवार्य केने छैक. ई e-रजिस्ट्रेशन सबसँ बड़का कवायद साबित भेल. लगैत अछि, मिथिलांचलमें विवाहहुक हेतु कनियाँ-वरक उतेढ़क एतेक जांच-पड़ताल नहीं होइत छैक. लगभग पांच पेजक फॉर्म. दू तीन बेर तं एही हेतु फॉर्म भरब बिच्चहिंमें बंद भ गेल- ‘टाइम-आउट’ भ गेलैक ! तकर बाद जे खाना पूरी रहैक, ताहिमें जं-जं आगू बढ़इत जाइ, नव-नव देवाल ठाढ़ भ जाइत छल. अपन नाम-लिंग-वयस, पिताक नाम, फ़ोन नंबर आ ईमेल आइ-डी. आधार- पैन कार्ड नम्बर आ तकर फोटो. PNR नंबर, फ्लाइट-सीट संख्या आ हवाई टिकट केर कॉपी. फ्लैट , सड़क, मुहल्ला, शहर, तालुका आ पिनकोड. गंतव्य- डेराक पता, सड़क, मुहल्ला, रोड, तालुका, शहर, पिनकोड; जं पिनकोड मैच नहिं भेल तं फॉर्म भरब फेरसँ शुरू करू. एकर आगू संग यात्रा करैत कुल यात्रीक संख्या. संग अबैत परिवार जनक पूर्ण विवरण. एहिसँ आगू, एअरपोर्टसँ बाहर जयबाक हेतु बुक कयल टैक्सीक प्रकार, गाड़ीक रजिस्ट्रेशन नंबर आ गाड़ीमें उपलब्ध सीटक कुल संख्या. ड्राईवरक नाम आ टेलीफोन नंबर. फॉर्म में इहो घोषित करबार रहैक जे गंतव्यक हमर आवास पर क्वारंटाइनक हेतु समुचित स्थान उपलब्ध अछि.अंततः, ई सबटा भरैत-भरैत ततेक समय लागि गेल आ मोन ततेक परिश्रान्त भ’ गेल जे, यात्राक निर्णय पर तमस चढ़य लागल. मुदा, करितहुं की ! अंतमें जखन फॉर्म पूर्ण भेलाक बाद फॉर्म जमा भ’ गेल तं एकटा e-पास बनल. कि, तं, चेन्नई एअरपोर्ट पर एकर जांच हयत तखने आगू बढ़ि सकैत छी. मुदा, जखन करीब साढ़े दस बजे रातिमें चेन्नई हवाई अड्डा पर उतरलहुँ, तं कतहु कोनो जांच-पड़ताल नहिं. हमर नियामिकी टैक्सी-ड्राईवर- सुरेश-कें जखन ई सबटा दुखड़ा सुनौलियैक, तं, ओ कहलक, करीब मास दिन पूर्व धरि सत्ते सबटा जांच-पड़ताल होइत छलैक. तें लोक कें एअरपोर्टसँ बहरयबा में सामान्य समयसँ एक घंटा बेसी लागि जाइत रहैक. किन्तु, आब सब बंद भ गेल छैक. लगैए, कोरोना संक्रमणक दोसर लहरिक खतराक बावजूद सरकार आ जनता सब थाकि चुकल अछि. तें आब सब किछु भगवानहिंक भरोसे !
फिलहाल हम
कान पकडल: आब एहि महामारीक बीच यात्रासँ
भगवान बंचाबथि !
No comments:
Post a Comment
अहाँक सम्मति चाही.Your valuable comments are welcome.