यात्री जयंती पर विशेष:
बांकी सब ठीक
छैक बाबा
बांकी सब ठीक
छैक बाबा
मुदा, कनिए टा
गप्प :
चारू छथि कात लेखक-कवि
आ बहराइत छनि
नहि बकार
खाइत छथि मलाई
आ करैत छथि ढकार.
मैथिलीए नहि
होइत अछि दिन
दहाड़े कपालक्रिया संविधानक
मुदा निपत्ता
छथि बुद्धिजीवी महंथानक
बांकी सब ठीक
छैक बाबा
आइओ चढ़ओलनि
अहाँकें फूल
मुदा,
अनताह कतएसँ ओ
आगि
ओहन शब्द जाहि
सबसँ
अहाँ देलियनि
प्रधानमंत्रीओकें दागि !
बांकी सब ठीक
छैक बाबा
मधुवाता ऋतायते
!
मधुवाता ऋतायते
सरकारी चरौत
में
चरि रहल अछि
गाय, गोरु, साँढ़
सरकारी रखौत
में !!
बांकी सब ठीक
छैक बाबा
मुदा, लिखै
छी
कनिए
टा गप्प !
No comments:
Post a Comment
अहाँक सम्मति चाही.Your valuable comments are welcome.