Saturday, June 28, 2025

गामक डायरी, मई-जून 2025.

 

शिक्षा आ स्वास्थ्य सेवामे तत्काल सुधार आवश्यक अछि

विश्व स्वास्थ्य संगठन जलवायु परिवर्तनकें मनुष्यक स्वास्थ्यक हेतु मूलभूत खतरा मानैछ. एहिसँ असहमतिक कोनो कारणो नहि. सिकुड़ैत ग्लेशियर, वर्षाक अभाव, सुखाइत नदी, आ बढ़ैत गर्मी -सन परिवर्तनक सोझाँ जलवायु परिवर्तनक आओर कोन प्रमाण चाही? एहूमे कोनो दू मत नहि जे एहि सभक कारण मनुष्य अपने थिक.

एहि बेरक गामक यात्रामे जे परिवर्तन हमरा सबसँ पहिने आकृष्ट केलक ओ थिक जलवायु परिवर्तनक साक्षात् परिणाम : दू सालसँ बरखाक अभावें  सुखायल पोखरि आ सुखायल कमलाक धार. सत्यतः, हमर गामक गहींड़  नबकी पोखरिकें दराड़ि फाटल प्रायः एखन धरि केओ नहि देखने रहैक. पोखरिक एहन हालत देखि हमरो आश्चर्य भेल. तहिना कमला-बलानक धारक आर-पार बांसक चचरीक पुल सेहो चकित केलक.


नबकी पोखरि : सुखायल, दराड़ि फाटल

चकित करबा योग्य अओरो बहुत किछु परिवर्तन भेलैए ; अधिकतर परिवर्तन उत्साहवर्द्धके, मुदा, प्रगतिक प्रतिकूल किछु दृश्य आ किछु स्थिति चिंताजनक लागल.

एक, उज्ज्वला योजनाक सफलता, आ LPG क उपलब्धताक कारण भानसक हेतु जारनिक उपयोग गामहुमे विरले होइछ. पशुपालन समाप्त भए गेलैए. संगहि, शिक्षाक प्रसार आ शहरी जीवन पद्धतिसँ परिचयसँ आब मजदूरहु वर्गक महिला हाथमे गोंत-गोबर लगयबासँ परहेज करैत छथि. एहना स्थितिमे किछु मुस्लिम महिला सबकें नित्तःह गाछी-कलमसँ पतलोइ (आमक सुखायल पात) जमा कए  माथ पर छिट्टामे उठओने जाइत देखैत आश्चर्ये टा नहि भेल, ई  दुःखद सेहो लागल. कारण, पतलोइ जमा करब एहि समुदायक पिछड़ापन संकेत तँ थिके, एहन श्रमसाध्य काज प्रगतिक बाधको थिक. कारण, पतलोइ जमा करबामे बहुत समय बरबाद होइछ. फलतः, एहि वर्गक नारि अशिक्षाक शिकार तँ होइते छथि, धिया-पुताक पालन सेहो बाधित होइछ. स्वास्थ्य तँ प्रभावित होइते छैक.

गाममे रोजगारक अति सीमित साधनक कारण हिन्दू आ मुसलमान, दुनू  वर्गक अशिक्षित मज़दूरमे पलायन आम थिक. तथापि, अवाम गामक छोट मुस्लिम समुदायक आर्थिक स्थिति हिन्दू मज़दूर वर्गक वनिस्बत बेसी कमजोर लागल. स्कूलहुमे मुसलमान नेना सबहक उपस्थिति संतोषजनक नहि. एहि गाममे मुसलमान समुदायकें इंदिरा आवास योजनाक लाभ सेहो नहि भेलैए, से अनेको गोटे गपक क्रममे कहलनि. प्रमाण आँखिक सोझाँए देखलिऐक . अर्थात् अवाम गाममे अर्थ, आवास आ शिक्षाक दृष्टिएं मुसलमान समुदाय समाजक आन वर्गसँ निश्चय पाछाँ अछि. आब तँ सब किछु पंचायतक हाथमे छैक. तें स्थानीय स्तर पर   सुधारक आवश्यकता छैक. एहिसँ स्थिति सुधरतैक.

कमजोर शिक्षा व्यवस्था एखनो गामक प्रमुख समस्या थिक; एखनो शिक्षा व्यवस्था संतोषजनक नहि छैक. एकरा जं फरिछा कए कही तँतात्पर्य ई जे शिक्षकक चुनावक पारदर्शी प्रक्रिया, सन्तोषजनक वेतन, स्कूलक पक्का भवन, मिड-डे-मील, साईकिल आ छात्रवृत्तिक बावजूद छात्रक उपस्थिति आ शिक्षाक परिणाम (Pupils learning outcome) मे संतोषजनक सुधार नहि भेलैए. संगहि, स्कूली व्यवस्थामे शिक्षकक असहयोग आ अभिभावकक विश्वासक अभावक कारण  सरकारक सब प्रयासकें विफल भए  रहल छैक. हमर एहि  निष्कर्षक ठोस कारण अछि.

हम गाममे प्रतिदिन भोरे पाँच बजे टहलबा ले जाइत रही. टहलानमे हाई स्कूलक एक सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापकसँ  प्रतिदिन भेट होइत छल. ओहो एहिसँ सहमत रहथि जे शिक्षामे अनुशासनक अनबाक सरकार प्रयासमे शिक्षक वर्गक असहयोग आ सरकारी स्कूलक गुणवत्तामे अभिभावाकक विश्वासक अभाव सरकारी प्रयासक विफलताक मुख्य कारण थिक. फलतः, अधिकतर स्कूलमे छात्रक उपस्थितिसँ ल’ कए परीक्षा आ परिणामक आंकड़ा धरि, सब किछु कागजहि पर चलैछ. ऊपरसँ समय पर स्कूल आयब आ गर्मी छुट्टीक अवधिमे कटौती मास्टरलोकनिकें नहि रुचैत छनि. फलतः, राजनीतिक दवाबमे आबि कए सरकारो अनुशासन सुनिश्चित करबाक अपन प्रयासकें ढील कए देलक. एहिसँ शिक्षामे सुधारक सरकारी प्रयासक डेग तँपाछो भइए गेलैक, (बिनु खाद पानिक) ट्यूशनक निरंतर व्यापारकें आओर बल भेटि गेलैक. तथापि, एहि विषय पर  छोटसँ पैघ सब एकमत अछि, जे  केवल शिक्षा उन्नतिक एक मात्र बाट थिक. तें, अभिभावकलोकनि अपन बच्चाकें पढ़यबालेल कृतसंकल्प छथि आ  गर्मीक छुट्टीअहुमे प्रतिदिन भोरे छौ बजे पाँचसँ तेरह-चौदह वर्षक बच्चाकें ट्यूशन लेल झुण्ड बना कए जाइत देखैत छलिऐक-ए.

शारदा कोचिंगक शिक्षक आ छात्रगण

आवासीय परिसरमे शारदा कोचिंग

गामक एक युवक अंकित कुमार कर्ण सेहो बाटक कातहि अप्पन दरबज्जा पर एहने ट्यूशन ग्रुप चलबैत छथि. निस्संदेह हिनक पढ़ाई बच्चा सबकें रुचैत छैक. कारण, हम बच्चा सभक संग कहिओ कोनो अभिभावककें जाइत नहि देखलिअनि. अवाम गाममे एहि प्रकारक अनेक ट्यूशनक ग्रुप चलैत छैक.

अवाममे सरकारी स्वास्थ्य केंद्रक अभाव सबकें खटकैछ. मुदा, समाधान नागरिकक हाथमे तँछैक नहि. तें, एतय कुल स्वास्थ्य सेवा नीम-हकीम(quack) लोकनिक हाथमे अछि. गामसँ बाहर जतय कतहु स्वास्थ्य केन्द्र आ अस्पताल छैको, अप्रत्यक्ष रूपें विभाग स्वास्थ्य सेवाकें अविश्वसनीय प्रमाणित करबामे संपूर्ण शक्ति लगा देने अछि. संयोगसँ स्वास्थ्य विभाग अपन एहि प्रयासमे पूर्णतः सफल भेल अछि. सरकारक योजना सफल होइक ई तँसभक कामना छैक. कामना कहिया पूर हेतैक, लोक ताहि लेल आशान्वित अछि.                              

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