क्लीवलैंडक इलाका सर्द छैक. उत्तरमें सागर-सन अथाह झील- लेक एरी. प्रचुर गाछ-वृक्ष, नदी-नाला, तरंगित- उत्थर उपत्यका, चिड़ई-चुन-मुनी, आ अजस्र वन्य जीव-जन्तु. आकाश कखनो मेघाच्छन्न तं कखनो नील-निर्मल. बर्फवारी तं एतुका सोहाग भाग थिकैक: सितम्बर सं अप्रिल धरिक अवधि जाड़क ऋतु में बीति जाइछ. एतुका सब उत्सव, खेल-कूद वर्षक बांकी चारि मॉस धरि सीमित
अमेरिका आप्रवासी लोकनिक देश थिक आ आधुनिक अमेरिकाक इतिहास सेहो अप्रवासी लोकनिक इतिहास थिक; किन्तु, बस चारि सौ वर्ष पुरान. किन्तु, पृथ्वीक इतिहास तं अनन्त-जकां छैक;पृथ्वीपर मनुष्यक आगमन 2-3 लाख वर्ष पूर्व भेलैक. मानल जाइछ, अमेरिका महादेशपर मनुष्यक पदार्पण आन सब महादेशक पछाति भेल रहैक. तथापि, जहिया आधुनिक आप्रवासी लोकनि अमेरिका आयल रहथि, अमेरिका जनशून्य-बियावान तं नहिंए छल. फल-मूल संग्रह करैत, शिकारी-यायावर-आदिवासी एतहु रहथि. अस्तु, रेड इण्डियन वा इण्डियन लोकनिक विभिन्न संकुल सभ्यता, सामजिक संरचना, वेश-भूषा आ जीवन पद्धतिक वर्णन तं मानविकीमें अवश्ये छैक. किन्तु, रेड-इण्डियन लोकनिक इतिहास अमरीकी इतिहासक मुख्यधाराक सहायको नदी नहिं थिक, से आश्चर्य नहिं; देशक इतिहास तं अधिकांशतः विजेताए इतिहास होइछ. अमेरिकाक श्वेत समुदाय सेहो एतुका विजेता नस्ल थिक. आ एतुको इतिहास योरोपीय आप्रवासीए लोकनिक इतिहास थिक. इतिहास कहैछ, ओहायो राज्यक एहि क्षेत्रमें आधुनिक अमरीकी आप्रवासी लोकनिक आगमनक अग्रदूत आ सर्वेयर- मोजेज क्लीवलैंड- जे कायहोगे नदी-घाटी (Cuyahoga river-valley) क सर्वे कयलनि, 18म शताब्दीक अंतमें एतय आयल छलाह. सत्य पुछू तं एतय कायहोगे नदीक तट पर मोजेज क्लीवलैंड आयबे क्लीवलैंड नगरक शिलान्यास छल. फलतः, परवर्ती लोकनि एहि नगरक नामकरण एहि सर्वेयरक नाम पर कयलनि.
नदी-नाला जल केर संवाहक थिक, पोखरि-इनार-झील जलक संग्राहक थिक. पर्वतमालाक बर्फ आ झरना पानिक श्रोत थिक. मनुष्य जलक उपयोग आ दुरुपयोग दुनू करैछ. उपयोग सं जल जीवन थिकैक. दुरुपयोग सं गंगा-गोदावरी धरि प्रदूषित भ गेले. सुनैत छियैक, प्रदूषणक कारण अनेक बेर क्लीवलैंडक कायहोगे नदी में सेहो आगि लागि चुकल छैक .चौंकलहु ने ? नदीमें आगि ? हं, नदी में आगि. आ किएक नहिं ? जखन बंगलोरक बैलान्दुर झीलमें बेर-बेर आगि लागिए सकैत अछि, तं, कायहोगे नदीमें आगि लागि गेल तं कोन अजगुत !दुनू ठाम कारण एके: प्रदूषण.
'Waterfoul 1964' Cartoon by Bill Roberts courtesy of Cleveland State Library Special Collections |
धधकइत कायहोगे नदी वर्ष 1952 : Courtesy of Cleveland State Library Special Collections |
एजवाटर वाक : लेकवूड, ओहायो |
लेक एरी तट क्लीवलैंड |
लेकवूड पार्क |
दासता मुक्तिक भूमिगतअभियानक स्मारक शिलालेख, लेकवूड पार्क, लेकवूड, ओहायो. |
मुदा, एकरा ओहायो-क्लीवलैंड सं कोन मतलब ? हं, सएह तं कहैत छी.
पहिल, 18म शताब्दीक उत्तरार्ध आ 19म शताब्दीमें ई दास-व्यवस्था केवल अमेरिकाक दक्षिणी राज्य धरि सीमित रहि गेल छल. अमेरिकाक पूर्वोत्तर राज्यसब आ कनाडा दास-प्रथाक कोढ़ सं मुक्त छल. ओहायो नदी अमेरिकाक एहि दुनू क्षेत्रक वृहत्तरसीमा छल. ओहायो राज्यमें अमेरिका- कनाडाक सीमा एरी झीलक बीचोबीच पड़ैछ. अस्तु, मुक्तिक हेतु कनाडा दिस नुका-छिपाकय भगैत दास-लोकनिक हेतु क्लीवलैंड एकटा आखरी पड़ाव छल. संयोग सं एतुका राजनैतिक परिवेशमें किछु पक्ष सेहो दास-मुक्तिक पक्षधर छल. सम्पूर्ण पश्चिमोत्तर अमेरिकामें पसरल, अश्वेत लोकनिक मुक्तिक हेतु भूमिगत संगठन इतिहास में Underground Railroad क नाम सं जानल जाइछ जकरा स्थान-स्थानपर पीड़ित अश्वेत, उदारवादी श्वेत, चर्च-पादरी, गृहस्थआ नाविकक गुप्त सहयोग भेटैत छलैक . सुनैत छी, पलायनक एहि अभियानक जेहने भूमिगत जाल रहैक, तेहने शब्द-कोष. सुनैत छी भारतमें ठग लोकनिक सेहो अपन छद्म शब्दावली रहनि जकर संकलन ब्रिटिश सेनाक ले. कर्नल स्लीमनक पुस्तक The Thugs or Phansigars of India (1839) में भेटत. ई विषयांतर भेल.
ज्ञातव्य थिक, दास-प्रथा जेहने दारुण रहैक, पलायन ततबे कठिन आ भयानक. परिणाम ओतबे अनिश्चित. कतेको मरैत छल. पकड़यलापर कतेको दासक हाथ-पयर तेना पांगल जाइत छलैक जे कतेक जान गंवा बैसैत छल आ कतेको जीवन भरि ले अपंग भ जाइत छल. किन्तु, मुक्तिक बिना ओ सब जीवने की भोगैत छल ! कम्युनिस्ट मनिफेस्टो में कहलो गेल छैक, 'The proletarians have nothing to lose but their chains.' ई कहबी दास पर आओर बेसी सटीक बैसैत छलैक. अस्तु, भगबामें सफल होइ वा जान गमाबी कोनो स्थितिमें दासता सं मुक्ति श्रेयस्कर रहैक. क्लीवलैंड दास-मुक्ति मार्गपर एक प्रमुख पड़ाव छल. एकर चर्चा पुनः यथास्थान आओत. अमेरिकाक दासतासं कनाडा पलायनक ई संदर्भ Uncle Tom's Cabin में सेहो भेटत. मानल जाइछ, दास-प्रथाक पक्षधर खेतिहर आ दास-प्रथाक उन्मूलनक आन्दोलनक सूत्रधार लोकनिक बीच मतभेदक कारण भेल अमेरिकी गृहयुद्धक आगि सुनगबैमें Uncle Tom's Cabin सुखायल पोआरपर आगिक चिनगीक काज केने छल.
No comments:
Post a Comment
अहाँक सम्मति चाही.Your valuable comments are welcome.