Friday, October 11, 2024

नियाग्रा जल प्रपात (Niagra Falls, New York)

 नियाग्रा जल प्रपात (Niagra Falls, New York)


ब्रह्माण्डमे पृथ्वीक अस्तित्व घूल कणसँ बेसी नहि. तें खगोलीय पिण्ड केर रूपमे पृथ्वीकें कोन शक्ति कोन रूपें प्रभावित करैछ, तकर अनुमान विज्ञानकें छैक. मुदा, पृथ्वी पर खगोलीय शक्तिक दीर्घकालीन प्रभाव मनुष्यक दिन प्रतिदिनक चेतनासँ बाहरक विषय थिक. तें, अंधड़- बिहाड़ि, ऋतु-परिवर्तन, आ पर्यावरणक परिवर्तनक अनुभव हमरालोकनि करैत छी, अकस्मात् बदलैत नदीक धाराक विभीषिकाक अनुभव हमरा लोकनि करैत छी, मुदा, भूमि पर रहितो भूगर्भक दीर्घकालीन परिवर्तनक तात्कालिक प्रभावक अनुभव हमरा लोकनिकें नहि होइछ. मुदा, एही दीर्घकालिक परिवर्तनक प्रभाव जखन हजारों वर्ष धरि प्राकृतिक सौन्दर्य जकाँ आँखिक सोझा ‘स्थायी-जकाँ देखबामे’ अबैछ तं भूगर्भीय परिवर्तन कतेको शताब्दी धरि आश्चर्य एवं मनोरंजनक स्थायी केंद्र बनल रहि जाइछ. नियाग्रा जलप्रपात एवं दुनिया भरि मे पसरल अनेको आश्चर्य- जल प्रपात, झील, नदी, सुखायल नदीक अवशेष, शिवालिक एवं अन्य पर्वतमाला तथा  माउंट एवेरेस्ट सन पर्वतश्रृंखला जकाँ - भूगर्भहिक आन्दोलनक परिणाम थिक, जकर निर्माणक विस्तृत विवेचना एतय संभव नहि.
हमरालोकनि  एहि अमेरिका यात्रामे नियाग्रा जल प्रपात( Niagra falls) देखबाक प्रोगाम बनलैक. स्विट्ज़रलैंडमे राइन जलप्रपात (Rhine falls) देखल अछि. राँचीक समीप हुंडरू प्रपात एवं एतेक दिनुक यात्रामे नेपाल एवं नीलगिरि सहित अनेको पर्वतीय क्षेत्रमे अनेक जल प्रपात  देखल अछि. मुदा, नियाग्रा जल प्रपात देखबाक अवसर एखन धरि नहि भेटल छल.
शनि दिन. नीक मौसम. नियाग्रा वेस्टलेक ओहायोसँ सीधा पूब-जकाँ. करीब साढ़े तीन सौ किलोमीटर; कारसँ करीब साढ़े तीन घंटाक यात्रा. हमरालोकनि ड्राइव करैत नियाग्रा फाल्स  धरि जायब आ साँझ धरि घूरि कए आपस भए जायब. सोझ सड़क, थोड़ ट्रैफिक आ दिन देखार समय. बंगलोरमे जं ट्रैफिक बेसी भेलैक तं भए सकैत अछि, पचीस-पचास किलोमीटर जयबामे एतबा समय लागि जाय. अमेरिकामे कारसँ दूर-दूर धरिक यात्रा आम थिक. बस-ट्रेनक ओतेक सुविधा नहि. तखन जतय रोडसँ  जा सकैत छी, लोक हवाई यात्राक झमेलामे किएक पड़त!
नियाग्रा फाल्स संयुक्त राज्य अमेरिका एवं कनाडाक बीच, दुनू देशक सीमा क्षेत्रमे पड़ैछ. तें दुनू देशक निवासी आ शैलानी दुनू कातसँ प्रपात देखबाक आनंद लैत छथि, आ दुनू देशक साझा प्राकृतिक संपदा, नियाग्रा नदीमें नौकायनक निर्बाध आनंद उठबैत छथि.  लेक इरीक प्रवाह नियाग्रा प्रपातक जल श्रोत थिक. अमेरिकाक मध्य पश्चिमी क्षेत्र (Midwest) एवं अमेरिकाक उत्तरमे स्थित कनाडा देशक समीप, जे तीन चारि टा विशाल झील सब पड़ैत छैक, इरी झील ताहिमे एक थिक. एतय अन्तर्राष्ट्रीय सीमा अमेरिकाक न्यूयॉर्क एवं कनाडाक ऑनटारियो प्रान्तकें विभक्त करैछ. यात्राक सुविधा समीपक न्यूयॉर्क एवं कनाडाक टोरंटो शहर धरि अबैत शैलानीक अपने-अपन देशक ऑब्जरवेशन डेकसँ  नियाग्रा प्रपात देखैत छथि. तथापि, जे कनाडा दिससँ नियाग्रा फाल्स देखने छथि, हुनका लोकनिक अनुसारें कनाडा दिससँ ई प्रपात बेसी सुन्दर लगैछ. मुदा, कनाडा जेबा लेल फूट वीसा चाही.

विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थलक रूपें नियाग्रा प्रपात विगत दू सौ वर्षसँ सुपरिचित अछि. यद्यपि, प्रपातक ऊँचाईक दृष्टिसँ विश्वमे करीब ५०० सौ एहन प्रपात छैक जतय जल नियाग्रा प्रपातसँ अधिक ऊँचाई नीचा खसैछ. मुदा, निरंतर बहैत जलक परिमाणक दृष्टिसँ  नियाग्रा अवश्य विशिष्ट अछि. उपलब्ध आंकड़ाक अनुसार एहि प्रपातसँ प्रति मिनट करीब साठि लाख घन फुट पानि बहैत अछि, सेहो जखनि पनिबिजली एवं पीबाक जलक हेतु आवश्यक जलकें दोसर दिस प्रवाहित कए एहि प्रपातक बाटें बहैत जलक मात्राकें तेना सीमित कयल गेल अछि, जाहिसँ प्रपातक ई विशेषता आ सुन्दरता अनेको पीढ़ी धरिक हेतु सुनिश्चित कयल जा सकय.

आब किछु आँखिक देखलक गप्प. नियाग्रा फाल्स सत्ये छैक तं अद्भुत. एक दिस अमेरिकाक नियाग्रा शहर. नदीक दोसर पार कनाडाक फोर्ट इरी.  ऊपर नील-नीरद स्वच्छ आकाश आ नीचा कल-कल बहैत फेनिल हरियर कचोर चंचल नियाग्रा नदी. उच्छल, तरंगित उत्थर, आ चौड़ा नदीसँ अबैत पानि, दूर-दूर धरि अनेक भागमें विभक्त स्वच्छ जलक अजस्र धारक आगाँ प्रस्तरक खड़ा फलक पर पसरल दू गोट विशाल धवल- सुन्दर, निरंतर गतिमान आवरण आ ताहिसँ उठैत वारि विन्दुक मेघ. दूर एवं पहिलो दोसरसँ पैघ, तेसर, जलधारक अर्द्ध चन्द्राकार प्रपातक  यवनिका, ‘हॉर्स शू फाल्स’. नदी कनाडावला ई भाग, अर्द्ध वृत्ताकार हेबाक कारणे ‘हॉर्स शू फाल्स’ कहल जाइछ. अधिक ऊँचाई आ जलक अधिक मात्राक कारण सुन्दरतामे एकरा विशेष माल जाइछ.  सब किछु अपने आँखिए देखू, विस्मित होउ आ आँखि जुड़ाउ. कारण, जकर नाम बहुत दिनसँ सुनने होइ, जकर केवल कल्पना केने होइ, से साक्षात् देखलासँ जे आनंद होइछ, से अनुभवक विषय थिक, वर्णनक नहि.

हमरा लोकनिक टिकट कटाओल छल. नियाग्रा पहुँचि पार्किंगक हेतु जगह तकबामे किछु समय अवश्य लागल, मुदा, बहुत नहि. ऑब्जरवेशन डेक धरि जयबाक लेल लाइन लम्बा रहैक, किन्तु, बेसी प्रतीक्षा नहि करय पड़ल. अमेरिकाक ऑब्जरवेशन डेकसँ पूब आ पश्चिम धरि पसरल नियाग्रा नदीक पाट, नदीक उत्तर कनाडाक ओनटारियो राज्यक फोर्ट इरी नगर, नियाग्रा फाल्स, तथा अमेरिका एवं कनाडाक बीचक, समीपहि स्थित रेनबो ब्रिजक विहंगम दृश्य देखबामे अबैछ. देखबामे दृश्य एहन मनोरम जे हएत देखिते रही; एतेक सुन्दर जे कतबो फोटो झिकब संतोष नहि हएत.

ऑब्जरवेशन डेक- Prospect Point Observation Tower सँ लिफ्ट द्वारा करीब ८२ मीटर नीचा उतरि नदी पर नौका-घाट एवं सीढ़ी बनल छैक.  ओतहि प्रति खेप करीब छौ सौ एकबेर पर्यटक नाओ पर चढ़ैत-उतरैत अछि. प्रायः एहने व्यवस्था कनाडा दिस सेहो छैक. दुनू देशक सीमा नदीक बीचोबीच. फलतः दुनू देशक शैलानीकें ल’ कए अबैत-जाइत जहाज अगल-बगल चलैत रहैछ. केवल रंगमे अंतर; अमेरिकाक जहाज नील रंगक. कनाडाक नाओ आ पर्यटकक रेनकोट( पोंचो) क रंग लाल, देशक झंडा पर बनल मेपल वृक्षक पातक रंग जकाँ.

करीब बीस मिनट केर नियाग्रा नदी पर नौकायनमे देह पर पानिक ततेक फुहार पड़ैछ, जे सब पर्यटक अनिवार्यतः माथसँ घुट्ठीक लंबा रेनकोट पहिरैत छथि. नौका-विहार एवं रेनकोटक दाम टिकटमे जोड़ल रहैछ. हमरा सब गर्मी मासमें आयल छी. बड़ आनंद एलैक. यात्राक पछाति लोक पोंचो सौगात जकाँ अपना संग लेने जाइछ. हमरोलोकनि तीनू पोंचो मोड़ि कए संग राखि लेल.
जलप्रपातक भ्रमणक पछाति भोजनक बेर भए गेल रहैक. हमरालोकनि एकटा भारतीय रुचिक भोजनक रेस्टोरेंट ताकल. लगहिमे रहैक. रोम हो वा लन्दन, वेस्टलेक हो वा न्यूयॉर्क आब भारतीय भोजन सबठाम भेटैत छैक. लोक रहय कतहु, भोजन अपने रुचिक तकैछ. पर्यटन स्थलमे तं अवश्ये. कारणो छैक. एहि इलाकामे भारतीय छात्रक नागरिक संख्या थोड़ नहि. भारतीयमे उद्यमी, पर्यटक, नोकरिहा तथा छात्र सब भेटत. पहिने लोक व्यंग करैक ‘आलू और सरदार सब जगह मिलता है’. पछाति सएह हाल बिहारी मज़दूरक भेलैक; कोलकातासँ केरल, आ क़तर धरि, असमसँ अंडमान आ लद्दाख आ सूरत धरि बिहारी सब ठाम भेटताह. तहिना विदेशमे भारतीय. आब विश्वक विरले कोनो देश हएत जतय थोड़बो भारतीय नहि छथि. पहिने लोक युद्धसँ डराइत छल. आब जीविका लेल भारतीय लोकनि युद्धग्रस्त यूक्रेन, रूस एवं इजराइल धरि पहुँचि गेल छथि; पेट जतय ने ल’ जाय. तखन जतय भारतीय पहुँचलाह, भारतक एक टुकड़ा अवश्य भेटत. नियाग्रामे रेस्तौरांक नाम हिमालयन रेस्तौरां. स्वामी एवं सेवक नेपाली नागरिक. भोजन पवित्र आ स्वादिष्ट. भोजन कयल. लगहिक स्टोरमे किछु सनेस आ यादगार सेहो किनल. संयोगसँ ऑब्जरवेशन डेक पर फोटो घिचबैत काल हमर टोपी कोना छूटि से बुझबा योग्य नहि भेल. खसबाक-उड़बाक संभावना नगण्य रहैक. जखन स्मरण भेल, घूरि कए गेलहुँ. दसो मिनट नहि भेल छलैक. भीड़ सेहो ततेक नहि. तथापि, टोपी निपत्ता. स्टोरमे नव टोपी पर नियाग्रा फाल्स केर स्मृति चिन्ह नीक लागल. किनलहुँ. मुदा, पचीस डॉलरक व्यय. माने भारत हो वा अमेरिका, पर्यटन स्थल पर हाथसँ वस्तु छूटल, तं ककरो दोसर हाथ लागि गेल. भेटत कतय ! वस्तु तं शोर नहि करत.                      


Wednesday, October 2, 2024

' कीर्तिनाथक आत्मालाप'क कीर्तिमान

 कीर्तिनाथक आत्मालाप : एहि ब्लॉगक पेजकें उनटबैत, 'पेज भ्यू' (Page views) केर संख्या आइ 100000( एक लाख) पार भए गेल!

'कीर्तिनाथक आत्मालाप' नामक ब्लॉग हम 2010 मे आरंभ केने रही; प्रेरक हमर कन्या प्रोफेसर( डा.) सुष्मिता थिकी। एहि अनियतकालीन पृष्ठ पर मूलतः मैथिलीक, मुदा, किछु हिन्दी एवं अंगरेजीओक विभिन्न प्रकारक (कविता, कथा, समसामयिक विषय, पुस्तक समीक्षा, साहित्यिक आलेख, स्वास्थ्य संबंधी आलेख इत्यादि) ब्लॉग प्रकाशित करैत रहल अछि, जकर कुल संख्या आइ 243 धरि पहुँचि गेल। आरंभमे प्रकाशनक गति मंथर रहैक; कोनो वर्षमे केवल तीन,चारि, वा पांच गोट कविता, डायरीक पन्ना, वा लेख। मुदा, कोरोना महामारीक वर्ष 2020 मे एके वर्षमे एहि पृष्ठ पर हमर ब्लॉगक कुल संख्या चौवालीस धरि पहुँचल। 

हमर ब्लॉग सबकें ताकि पढ़निहारक (followingक) संख्या एखनो थोड़ अछि। तथापि, हमर आग्रह वा अपन प्रेरणासँ बहुतो गोटे पढ़ितो छथि, जहाँ-तहाँ पत्र-पत्रिका, समाचार पत्रमे पुछिओ कय, वा बिनु पुछनहुँ छपितो छथि। पाठकक सम्मति एवं सुझाओ सेहो अबैत अछि। 

पाठक सबमे डाक्टर योगेन्द्र पाठक वियोगी, श्री रबीन्द्र नारायण मिश्र,दिल्ली, डाक्टर मिथिलेश कुमार झा, UK, प्रोफेसर भीमनाथ झा, केदार कानन, डाक्टर मनोज कुमार चौधरी, USA, एवं अनेक अनामा पाठक एवं मित्र लोकनिक निरंतर प्रोत्साहन भेटैत रहल अछि। सब पाठक एवं सुझाव-सम्मति देनिहार शुभचिंतक लोकनिक प्रति हम आभार प्रकट करैत छी।

पाठक लोकनिक प्रोत्साहन हमरा लिखबाक हेतु प्रेरिते टा नहि करैछ, बल्कि, एहि उत्साहवर्द्धनसँ प्रेरित भए ब्लॉगक किछु लेख हम अपन पोथी ' लोहना रोडसँ लास वेगस' एवं ' 'देखल-परेखल'मे  सेहो संकलित कयल। 

एहि सबहक बीच हमर ब्लॉग आइ एक सीमा पार केलक; क्रमशः पाठकलोकनिक द्वारा हमर ब्लॉगक पेजकें उनटबैत, आइ Page view क संख्या 100000 (एक लाख) पार भए गेल। ई कीर्तिमान थिक वा नहि, से कहब कठिन । किन्तु, हमरा हेतु ई प्रेरक क्षण अवश्य थिक। आइ हमर ई विश्वास दृढ़ भए गेल जे लोक मैथिलीओ पढ़ैत अछि, आ भारतसँ बाहरोक पाठक मैथिली पढ़ैत छथि। कारण, भारत नेपालक अतिरिक्त हमर ब्लॉगक पृष्ठ उनटओनिहारक सभसँ बेसी पाठक अमेरिकाक तँ छथिए, UK एवं सिंगापुरक किछु पाठक सेहो हमर ब्लॉग पढ़ैत छथि। ई मैथिलीक हेतु आशा तँ जगबिते अछि, लेखक- प्रकाशक लोकनिक हेतु स्पष्ट संकेत थिक जे लेखन प्रकाशनमे ओ आप्रवासी भारतीय पाठककें नहि बिसरथि ।

सब पाठककें अशेष धन्यवाद। अहाँलोकनिकसँ निरंतर सहयोग-उत्साहवर्द्धनक अपेक्षा अछिए।

Tuesday, October 1, 2024

न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वायर, अगस्त २०२४

 

न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वायर

 ‘०९ सितम्बर २००१ केर भयानक त्रासदी अमरीकी नागरिकक जीवनकें बदलि देलक; ई परिवर्तन स्थायी थिक.’  ई कथन थिक ‘गैलप’ नामक अमरीकी संस्थाक वरिष्ठ संपादक जेफ्री एम जोन्स केर, जे ओ सितम्बर २०२१क एक आलेखमे व्यक्त कयने छलाह. ओहि सर्वेक अनुसार लोककें हवाई यात्रामे पहिनेसँ बेसी भय होमय लगलैक, नागरिकक सुरक्षा निर्बाह करबाक सरकारक योग्यता पर विश्वासमे ह्रास भेलैक , एवं लोक गगनचुम्बी भवन एवं भीड़- भड़क्कामे जयबासँ परहेज करय लागल. मुदा, कतबो किछु होउक जखन जीवन सामान्य नहि रहतैक, तखन लोक जीबे किएक करत ! तें, कहनो बड़का सामाजिक वा प्राकृतिक भूचाल किएक ने होउक, समाजक भय सेहो सहाज जोग भइए जाइत छैक.  
हमरालोकनिक पहिलुको अमेरिका यात्रा सब २००१क पछातिए भेल छल. तें वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हवाई हमलासँ पहिलुक अमेरिका आ पछातिक अंतर करब कठिन. तथापि, एहि बेर करीब साढ़े छौ वर्षक अवधिक पछातिक एहि यात्रामे अमेरिका आ अमरीकी जीवनक ओहि फलक सबकें देखय चाहैत छी, जे पहिने नहि देखने होइ, वा देखलो पर जाहि पर दृष्टि नहि पड़ल हो.
            आइ शुक्रक दिन थिकैक. करीब १५ घंटाक यात्राक पछाति दिल्लीसँ एतय पहुँचल छी. साफ़ दिन. भोरुका मृदुल रौद. हमरा लोकनिक फ्लाइट करीब छौ बजे भोरे JFK एयरपोर्ट छल. दू दिन पूर्व क्लीवलैंडमें भयानक चक्रवात आयल छलैक. अस्तु, हमर बालक अमियक फ्लाइट कनेक बिलंबसँ पहुँचलनि अवश्य. मुदा, हमरा लोकनिकें हुनका लेल बेसी प्रतीक्षा नहि करय पड़ल. आब JFK एयरपोर्ट रेहल खेहल बूझि पड़ैछ. दिल्ली, बंगलोर आ भारतक आन हवाई अड्डा सेहो विश्व स्तर छैक. बल्कि, एतय दिल्ली-जकाँ टैक्सी-गाड़ीक कोनो अफरा तफरी नहि. जहिना ओला-ऊबर भारतहुमे भेटैछ, एतहु एकटा टैक्सी मंगाओल. ड्राइवर रूसी मूलक महिला. मृदुभाषी आ तत्पर. हमरा लोकनिक होटल एतयसँ किछु दूर- करीब बीस मील आ घंटा भरिक यात्रा - किन्तु, नीके. भोरुका वायुक सेवन करैत गेलहुँ. लंबा हवाई यात्राक संकीर्ण आ वातानुकूलित परिवेशसँ  सड़क यात्रासॅ सर्वथा भिन्न. विगत रातिमे हमर पत्नीक मन सेहो कनेक ख़राब भेल रहनि. किन्तु, हवाई यात्रामे हमरा हेतु कोनो ई नव अनुभव नहि. हवाई जहाज वा कतहु आन ठाम, तर्कबुद्धिक उपयोग आ अनुभूत उपचारक व्यवहार आकस्मिकतासँ निबटबाक सबसँ सुलभ विधि थिक. सएह केलहुँ  आ सब ठीके रहल. सेवाकर्मीओ तत्पर रहथि, सहयोग केलनि, आ अपने सब सबटा सम्हारि लेल.

 न्यूयॉर्क पहुँचि हमरालोकनि तीन दिन एतहि बिताओल. डेरा न्यूयॉर्कक बिजनेस डिस्ट्रिक्ट, मैनहैटन इलाकामे क्लब क्वार्टर होटलमे डेरा देल. होटलक कमराक पारदर्शी देवालक कारण वन वर्ल्ड सेंटर टावर आँखिक सोझे छल. अस्तु एतयसँ ध्वस्त वर्ल्ड ट्रेड सेंटरक स्मारक एवं संग्रहालय (
9/11 Memorial & Museum) सोझे देखबामे अबैछ. २००१ ई. पछाति ई न्यूयॉर्कक सबसँ बड़का आकर्षण थिक, जतय लोक स्मारक देखबाक हेतु एवं शोक प्रदर्शन दुनूक हेतु अबैछ; मानवीय त्रासदी सहृदय मनुष्यकें विश्व भरिमे एके रंग उद्वेलित करैछ. कारण वा प्रासंगिकता जे होइक, मन पड़ैछ, जापानी विद्वान हारुकी मुराकामीक शब्द: “.... संसारमे एहन कोनो युद्ध नहि जे बाँकी सब युद्धकें समाप्त कए देत”.

                                                                                *

एतय न्यूयॉर्कमे दिल्ली वा मुंबईए जकाँ देखबाक स्थान आ वस्तुक कोनो कमी नहि छैक. अस्तु, हमरालोकनिक घुमबा-फिरबाक कार्यक्रमक हमर बालक स्वयं अपनहि बनौने छथि.
आइ दिन भरि विश्रामक कयल। साँझुक पहर टैक्सी लेल आ टाइम्स स्क्वायर गेलहुँ. एखन गर्मीक ऋतु छैक. मौसम खूब अनुकूल.
न्यूयॉर्कक टाइम्स स्क्वायर एतुका प्रमुख व्यापारिक केन्द्र तथा थिएटर, संगीत भवन एवं होटल सबहक केंद्र थिक. प्रतिवर्ष करीब पाँच करोड़, आ प्रतिदिन साढ़े तीन लाखसँ बेसी शैलानी टाइम्स स्क्वायर अबैत छथि. तकर कारणो छैक: टाइम्स स्क्वायर चमक-दमक आ शैलानीक भीड़क बीच एतय भिखारिओ भेटत, मौका-बेमौका निवस्त्र देहकें विभिन्न कलाकारीसँ रंगने महिलाओ भेटतीह. चौक पर गीत गबैत, कलाबाजी देखबैत युवक-युवतिओ समूह देखबैक. राजनीतिक कार्यकर्त्ताक प्रदर्शन सेहो देखबैक. जँ सिनेमा, रंगकर्म, आ कार्टून करैक्टर्स तथा विडियो गेम्ससँ परिचय हो तँ बहुत ठाम जे किछु चित्रमे देखने हेबैक से एतय साक्षात् बहुमंजिली भवनक विशाल फलक पर एल सी डी स्क्रीन पर देखबैक. 

ततबे नहि, एतेक दिनमे एतहु बहुत परिवर्तन भेलैए. आब एतहु प्रतिवर्ष Mind over Madness-क नामसँ  सामूहिक योगासनक आयोजन आयोजन होइछ, सार्वजनिक स्थलमे सिगरेट-बीड़ी-धूम्रपान पर प्रतिबन्ध छैक. बाजारमे Tesla electric taxi आबि गेलैए। सस्ता पेट्रोलक कारण अमेरिकामे बहुत दिन छोट आ fuel-efficient कार दिस जनताक ध्यान नहि गेल छलैक। मुदा, fossil-fuel पर चलैत गाड़ीक संबंध प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तनसँ सेहो छैक, से आब एतुको नागरिक लोकनि बूझय लागल छथि। एतय हमरालोकनिक Tesla taxi घुमबाक आनंद लेल। एतय Tesla car क ओहन क्रेज नहि छैक, जेहन भारतमे छैक। मुदा, से सब दूर जाओ. हमरा लोकनि टाइम्स स्क्वायर पर टहलहुँ, घुमलहुँ, फोटो-विडियो घिचल, स्ट्रीट परफॉरमेंस देखल आ अंततः ओलिव गार्डन इटालियन रेस्तौराँमे मनो उमडल पेय आ दिव्य भोजनक आनंद उठा होटल आपस भेलहुँ.
हँ, एतबा अवश्य जे बहुतो ठाम जे किछु पहिल यात्रामे अजगुत लगैत छैक, से दोसर-तेसर बेर होइत-होइत सामान्य लागए लगैत छैक. संभव तें आइ एतय किछु अजगुत नहि लागल. चौक पर एक दू गोट स्ट्रीट परफॉरमेंस होइत छलैक, कलाकार लोकनि जीविकाक लेल अपन कला देखबैत रहथि. से देखल, तकर विडियो अवश्य बनाओल. एकटा शॉर्ट विडियो एतय प्रस्तुत अछि।



मैथिलीकें जियाकय कोना राखब: समस्या आ समाधान

कीर्तिनाथक आत्मालापक पटल पर 100 म  लेख   मैथिलीकें जियाकय कोना राखब: समस्या आ समाधान  कीर्तिनाथ झा वैश्वीकरण आ इन्टर...

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