Monday, December 11, 2017

पुस्तक समीक्षा: प्रसंगवश

प्रसंगवश
आइ एकटा सद्यः प्रकाशित पोथीक चर्चा. पोथीक नाम सेहो थिकैक 'प्रसंगवश'. लेखक थिकाह,न्यायविद् रबीन्द्र नारायण मिश्र. लेखक हमरा पोथीक pdf version पठौलनि. आ 118 पृष्ठ क एहि पुस्तककें घंटाक भीतरे पढ़ि गेलहुं.
विगत पचास वर्षमें संख्या दृष्टिऐं मैथिली पुस्तकक प्रकाशन में अभूतपूर्व वृद्धि भेलैए. किन्तु ,जं मैथिली लेखन कें विधाक समग्रताक दृष्टिऐं देखिऐक तं स्थिति ओतेक संतोषप्रद नहिं छैक. जतय कथा-कविता संख्या सबसं अधिक अछि, ततहि वैज्ञानिक, प्राविधिक, चिकित्सा संबंधी, अार्थिक-राजनैतिक, न्यायिक,समसामयिक विषयक परिचर्चा, संस्मरण, आ यात्रा-वृतांतक लेखन एखनहुं न्यून अछि. रबीन्द्र नारायण मिश्र क 'प्रसंगवश' एहि कमीकें पूर्ण करबाक दिशा में एकटा नीक प्रयास थिक. लेखक शब्द में ई पुस्तक 'ज्वलंत सामाजिक समस्या पर लेख सबहक संकलन' थिक. पुस्तकक भाषा सरल आ  शैली रोचक छैक. उपादेयताक दृष्टिऐं न्याय विषयक लेख सब- वरिष्ठ नागरिक, इच्छा-पत्र ( Legal Will),हिन्दू महिलाक सम्पत्ति में अधिकार, कानूनी आतंकवाद - एहि पुस्तकक विशेषता थिक. बदलैत सामाजिक परिदृश्य में समाजकें जागरूकता आ जानकारी दुनू चाहिऐक. ताहि दृष्टिऐं उपरोक्त लेख सब उपयोगी छैक. अनुमान करैत छी, भविष्य में लेखक आनो लोकोपयोगी कानूनी विंदु पर विचार प्रकाशित करताह.एखनुक युगमें, टाकाक घटैत मोल सर्व विदिते अछि. अतएव,150 टाकाक मूल्य बेसी नहिं. सुनैत छी, आब मैथिली पोथी बिकाइतो छैक ! अतएव, एहि सामान्य रुचिक लोकोपयोगी पुस्तकक  स्वागत हेबाक चाही.

प्रकाशक: भोरहरबा प्रकाशन
House No : C 42, NSG SAS Ltd, Black Cat Enclave
Pocket No : 6 Builders Area Greater Noida
District : Gautam Buddha Nagar
UP : 201310
Phone No : 0120 2343563
मूल्य:150 रुपये.


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